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मप्र में एक और भाजपा नेता की हत्या, एसआईटी जांच होगी

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 बड़वानी/भोपाल, 20 जनवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के बड़वानी में रविवार को भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या कर दी गई। इस मामले की विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराई जाएगी। लगातार दो भाजपा नेताओं की हत्या ने प्रदेश की सियासत गरमा दी है।

  भाजपा जहां इसे ‘गुंडाराज की वापसी’ बता रही है, वहीं कांग्रेस इन हत्याओं को आपसी रंजिश का नतीजा मान रही है। पुलिस के अनुसार, बड़वानी जिले में रविवार को सुबह की सैर पर निकले भाजपा के बलबाड़ी मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकर की नृशंस हत्या कर दी गई। उनके सिर पर पत्थर से प्रहार किया गया है। उनका शव खेत में मिला है। शव खून से लथपथ था।

पुलिस अधीक्षक यांगचेन डी भूटिया ने इस घटना की एसआईटी की जांच का ऐलान करते हुए पुलिस अधीक्षक भूटिया ने आरोपियों पर पांच हजार का इनाम देने की घोषणा की है।

राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा है कि ठाकरे की हत्या करने वाले उनके करीबी होने की आशंका है। मंदसौर में भी ऐसा ही हुआ था, वहां भी भाजपा नेता के हत्यारा उनका करीबी निकला।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हत्या की बढ़ती वारदातों पर ट्वीट कर कहा, “एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या होना बहुत गंभीर मामला है। कांग्रेस इसको सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है। गृह मंत्री के गृह जिले में सरेआम भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय मंडल अयक्ष मनोज ठाकरे को मार दिया गया।”

वहीं राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने भाजपा नेताओं की हत्या केा आपसी विवाद का प्रतिफल बताया है। उनका कहना है कि राज्य में 15 सालों में जो कुछ हुआ है, उसी के चलते यह हो रहा है। आपसी विवाद है। मंदसौर में भाजपा नेता की हत्या उन्हीं के लोगों ने की और अब यही बात बड़वानी में सामने आएगी।

ज्ञात हो कि मंदसौर जिले में गुरुवार की रात को नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप भाजपा कार्यकर्ता मनीष बैरागी पर लगा। हत्या की वजह जमीनी विवाद बताया गया।

भाजपा की प्रदेश इकाई के महामंत्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि राज्य में एक बार फिर वर्ष 2003 से पहले के गुंडाइज्म की वापसी हो गई है। राज्य में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है।

शर्मा ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है, भाजपा के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। राज्य में अपराधों पर विराम नहीं लगा तो भाजपा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।

वहीं भाजपा ने भाजपा नेताओं की हत्याओं के विरोध में सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों पर राज्य सरकार के पुतलों के दहन का ऐलान किया है। सोमवार को दोपहर दो बजे जिला मुख्यालयों पर भाजपा विरोध प्रदर्शन कर पुतलों का दहन करेगी।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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