Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मप्र में कांग्रेस के पास सेनापति ही नहीं : अमित शाह

Published

on

Loading

होशंगाबाद/भोपाल, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अयक्ष अमित शाह ने रविार को एक बार फिर कांग्रेस और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के चुनाव में कांग्रेस बिना सेनापति के ही मैदान में है।

होशंगाबाद के गुप्ता ग्राउंड में होशंगाबाद-भोपाल संभाग के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “कांग्रेस राजा, महाराजा और उद्योगपति की पार्टी है, इस दल के पास सेनापति ही नहीं है, कांग्रेस बताए उस नेता का नाम जिसके नेतृत्व में वह चुनाव लड़ रही है। भाजपा के नेता का नाम तो सबको पता है।”

शाह ने देश में बसे घुसपैठियों का मसला उठाते हुए कहा कि भाजपा के लिए वोटबैंक कोई मायने नहीं रखता, उसके लिए तो देश सवरेपरि है। कांग्रेस देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करती रही है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मध्यप्रदेश में आकर बताना चाहिए कि घुसपैठियों को लेकर उनका क्या नजरिया है। राज्यसभा में घुसपैठियों का मामला आने पर कांग्रेस व अन्य दलों के नेता ऐसे रो रहे थे जैसे उनकी नानी मर गई हो।

शाह ने आगे कहा, “भाजपा नेताओं नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की पार्टी है, मैं भी 1982 में बूथ अध्यक्ष हुआ करता था, और अब पार्टी का अध्यक्ष हूं, एक चाय बेचने वाले का बेटा नरेंद्र मोदी देश का प्रधानमंत्री है, यह ऐसा दल है जिसमें परिवार का नहीं, बल्कि कार्यकर्ता नेतृत्व करता है।”

शाह ने देर से पहुंचने पर माफी मांगी और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि मध्यप्रदेश से ऐसी जीत दिलाएं जो देश में विजय की सुनामी बनाए और अन्य राज्यों में भी भाजपा की जीत हो।

भाजपा प्रमुख ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, “वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साढ़े चार साल का हिसाब मांग रहे हैं, मगर अपनी सरकारों का हिसाब नहीं दे रहे। भाजपा तो मध्यप्रदेश की जनता को अपने काम का ब्यौरा दे रही है, राहुल गांधी भी तो अपनी सरकारों का ब्यौरा दें कि मध्यप्रदेश के साथ केंद्र की यूपीए सरकार ने कितना अन्याय किया था।”

शाह दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। भोपाल हवाईअड्डे पर भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। उसके बाद हेलीकॉप्टर से होशंगाबाद पहुंचे। होशंगाबाद में संगठन महामंत्री रामलाल, वरिष्ठ नेता अनिल जैन आदि उपस्थित रहे।

शाह सोमवार को सुबह 9़ 15 बजे प्रदेश कार्यालय से राजा भोज ऐयरपोर्ट पहुंचकर विमान द्वारा 10़ 30 बजे खजुराहो पहुंचेंगे। खजुराहो से हेलीकॉप्टर द्वारा सतना के बीटीआई ग्राउंड पहुंचकर पार्टी के कार्यक्रम में भाग लेंगे। सतना से हेलीकॉप्टर द्वारा रीवा के एसएएफ ग्राउंड पहुंचेंगे, वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा डिडौरी के उत्कृष्ट विद्यालय ग्राउंड पहुंचकर सभा को संबोधित करेंगे। डिडौरी से हेलीकॉप्टर द्वारा जबलपुर पहुंचकर वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

 

Continue Reading

नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

Continue Reading

Trending