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खेल-कूद

मलेशिया ओपन : सायना सेमीफाइनल में, जुइरेई से होगा सामना

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कुआलालम्पुर| विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन स्टार भारत की सायना नेहवाल शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए यहां जारी 5 लाख डॉलर इनामी मलेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गईं। अंतिम-4 दौर में सायना का सामना चीन की ली जुइरेई से होगा। खिलाड़ी और ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता सायना ने पुत्रा स्टेडियम में विश्व की 15वीं वरीय चीनी खिलाड़ी सुन यू को 21-11, 18-21, 21-17 से हराया। यह मैच एक घंटे 10 मिनट चला। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह चौथी भिड़ंत थी। तीन बार सायना विजयी रही हैं, जबकि एक बार यू को जीत मिली है।

पहले गेम में सायना ने शानदार खेल दिखाया और 21-11 से इसे अपने नाम किया लेकिन दूसरे गेम में यू ने जोरदार वापसी की। एक समय यू ने 7-1 की5 बढ़त बना ली थी।

सायना ने हालांकि हार नहीं मानी और कठिन मेहनत के बाद 14-14 की बराबरी करने में सफल रहीं लेकिन सुन ने यह गेम 21-18 से अपने नाम किया।

तीसरे गेम में सायना ने एक बार फिर अपनी पुरानी लय हासिल कर ली और ब्रेक तक 11-7 की बढ़त बना ली। यू ने फिर वापसी की और 1-14 स्कोर कर दिया। एक समय यू 17-16 से आगे भी हो गईं लेकिन सायना ने लगातार पांच अंक हासिल करते हुए मैच अपने नाम किया।

सेमीफाइनल में तीसरी वरीय सायना का सामना मौजूदा ओलम्पिक चैम्पियन और शीर्ष वरीय जुइरेई से होगा। जुइरेई ने क्वार्टर फाइनल में पूर्व विश्व चैम्पियन और हमवतन यिहान वांग को 14-21, 21-15, 21-12 से पराजित किया। यह मैच 55 मिनट चला।

सायना और जुइरेई के बीच अब तक 10 बार सामना हुई है। जुइरेई ने सायना को आठ बार हार झेलने को मजबूर किया है जबकि सायना दो बार विजयी रही हैं। 2012 के बाद सायना इस चीनी खिलाड़ी के खिलाफ जीत नहीं हासिल कर सकी हैं।

एक दिन पहले विश्व की नम्बर-1 खिलाड़ी का आधिकारिक दर्जा हासिल करने वाली सायना ने दूसरे दौर में चीनी क्वालीफायर जुई याओ को हराया था।

इस टूर्नामेंट में सायना के रूप में भारत की अंतिम उम्मीद बची है। गुरुवार को पुरुष एकल में के. श्रीकांत, पारूपल्ली कश्यप और एचएच प्रनॉय को हार मिली थी। उसी तरह महिला युगल में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा को भी हार का सामना करना पड़ा था।

उधर, अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में मौजूदा विश्व चैम्पियन स्पेन की कैरोलिना मारिन ने हांगकांग की चेयुंग यी को 21-12 21-9 से हराया। यह मैच 34 मिनट चला।

सेमीफाइनल में मारिन का सामना चीन की शिजियान वांग से होगा। दूसरी वरीय वांग ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को एक घंटे 51 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19 15-21 22-20 से हराया।

पुरुष एकल वर्ग मे विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त चीनी खिलाड़ी चेन लोंग ने क्वार्टर फाइनल में जापान के केंतो मोमोता को 21-16, 21-11 से हराया। मौजूदा विश्व चैम्पियन चेन सेमीफाइनल में अपने ही देश के वांग झेंगमिंग से भिड़ेंगे, जिन्होंने जुई सोंग को 21-17, 21-9 से हराया।

चीन के ही पांच बार के विश्व चैम्पियन लिन डैन भी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। सेमीफाइनल में डैन का सामना डेनमार्क के जोर्गेनसेन से होगा। डैन ने अपने ही देश के तियान होवेई को 11-21, 21-16, 21-13 से हराया।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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