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महागठबंधन नामदारों, नकारात्मकता, अस्थिरता का गठजोड़ : मोदी
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महागठबंधन को भ्रष्टचार, नकारात्मकता और अस्थिरता का परिचायक बताते हुए विपक्षी दलों पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
मोदी ने कहा, “महागठबंधन एक अनोखा बंधन है। यह नामदारों का बंधन, भाई-भतीजावाद का बंधन, भष्टाचार और घोटालों का बंधन, नकारात्मकता का बंधन, अस्थिरता और असमानता का बंधन है।”
प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी महाराष्ट्र के हटकांगले, कोल्हापुर, माढ़ा, सतारा और गोवा के दक्षिण गोवा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान की।
उन्होंने कहा, “उनका दलों का गठबंधन है और हमारा 130 करोड़ भारतीयों का गठबंधन है। हम जनता के सपनों और आकांक्षाओं के प्रति समर्पित हैं, जबकि वे अपने बेटे और बेटियों को प्रमोट कर रहे हैं। उनके पास धनबल है, हमारे पास जनबल है। वे अपने परिवार को बचाने में जुटे हैं, जबकि हम देश की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।”
मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश के पंचायत चुनावों में व्यापक स्तर पर हिंसा में लिप्त रही पार्टी अब देश के लोकतंत्र की रक्षा की बात कर रही है।
मोदी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, “अगर उनके खिलाफ कोई पंचायत चुनाव में भी नामांकन दाखित करता है तो वे हिंसा और हत्या में लिप्त रहते हैं। आज वे लोकतंत्र की रक्षा की बात कर रहे हैं। विडंबना है कि जिन दलों के भीतर खुद लोकतंत्र नहीं है, वे अब लोगों को देश में लोकतंत्र के बारे में बताने के लिए गठबंधन बना रहे हैं।”
उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व नेता शरद यादव द्वारा रैली में गलती से बोफोर्स बोलने पर भी तंज कसा।
उन्होंने कहा, “कोलकाता में विपक्षी दल देश और लोकतंत्र की रक्षा की बात कर रहे थे। एक नेता ने हमें उसी मंच से बोफोर्स घोटाले की याद दिलाई।”
राफेल विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते समय यादव रैली में भूल से राफेल की जगह बोफोर्स शब्द बोल गए थे।
कोलकाता में शनिवार को आयोजित महारैली में कांग्रेस समेत 23 विपक्षी दल एक मंच पर जुटे थे। रैली का आयोजन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने किया था।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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