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महिला फुटबाल : हीरो गोल्ड कप में जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगी भारतीय टीम (प्रीव्यू)

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भुवनेश्वर, 8 फरवरी (आईएएनएस)| भारत की महिला फुटबाल टीम शनिवार से यहां शुरू हो रहे चार देशों के टूर्नामेंट हीरो गोल्ड कप की शुरुआत जीत के साथ करना चाहेगी। मेजबान टीम अपना पहला मैच ईरान के खिलाफ कलिंगा स्टेडियम में खेलेगी और इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट में यह उसके लिए कठिन मुकाबला होगा। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ओडिशा सरकार के साथ मिलकर इस टूर्नामेंट का आयोजन कर रहा है। ऐसा पहली बार है जब सीनियर टीम स्तर पर देश में इस प्रकार का टूर्नामेंट हो रहा है। गोल्ड कप में भारत और ईरान के अलावा, म्यांमार और नेपाल की टीमें हिस्सा ले रही हैं।

ओलम्पिक क्वालीफायर राउंड-2 की तैयारियों के रूप में इस प्रतियोगिता में भाग ले रही मेजबान टीम की फीफा रैंकिंग 62 है जबकि ईरान 60वें पायदान पर काबिज है। रैंकिंग में भले ही दोनों टीमों के बीच कुछ खास अंतर न हो लेकिन एशिया में ईरान की टीम मजबूत मानी जाती है।

भारत का मौजूदा फॉर्म हालांकि शानदार है और मुख्य कोच मेयमोल रॉकी का भी मानना है कि इससे टीम के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। भारतीय टीम ने हांगकांग और इंडोनेशिया के खिलाफ हुए पिछले चार दोस्ताना मैचों में दमदार जीत दर्ज की है।

मेयमोल ने कहा, “लगातार चार जीत से किसी भी कोच को खुशी होगी। दोनों देशों के खिलाफ खेलना हमारे लिए अच्छा अनुभव रहा क्योंकि दोंनों ही मजबूत अंतर्राष्ट्रीय टीमें हैं। खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है और हम हीरो गोल्ड कप में दमदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।”

भारत की सबसे बड़ी ताकत टीम में एकजुटता है। मेजबान टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं और सभी खिलाड़ी जीत में बराबर योगदान देती हैं।

मेयमोल ने कहा, “शुरुआत-11 से लेकर बेंच पर मौजूद हर खिलाड़ी ने अपना योगदान दिया है। मैं समझती हूं कि जैसा हमने म्यांमार (2020 ओलम्पिक क्वालीफायर राउंड-1) में प्रदर्शन किया था, हम उससे बहुत बेहतर हुए हैं। हमारी बेंच स्ट्रेंथ भी बेहतर हुई है। अगर मैं उनमें से किसी भी एक खिलाड़ी को मैदान पर पांच मिनट का समय दूं तो वह पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन ही करेगी।”

भारत के खिलाड़ियों ने पिछले कुछ समय में अटैक के साथ-साथ डिफेंस में भी दमदार प्रदर्शन किया है। मेजाबन टीम ने पिछले चार में तीन मैचों में एक भी गोल नहीं खाया है। अटैक के समय पूरी टीम एकसाथ अटैक करती है जबकि डिफेंस में भी हर खिलाड़ी अपना योगदान देती है।

ईरान के बाद भारत का मुकाबला 11 फरवरी को नेपाल और 13 फरवरी को म्यांमार से होगा। नेपाल की टीम फीफा रैंकिंग में 108वें पायदान पर मौजूद है और उसके खिलाफ जीत दर्ज करना मेजबान टीम के लिए आसान माना जा रहा है, लेकिन 44वें स्थान काबिज म्यांमार के विरुद्ध जीत दर्ज करना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।

टूर्नामेंट का फाइनल 15 फरवरी को खेला जाएगा। भारत के सभी मुकाबले शाम सात बजे होंगे।

 

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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