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मानव श्रृंखला में राजद व कांग्रेस भी शामिल हो : सुशील मोदी

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पटना, 16 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दहेज प्रथा और बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता अभियान के लिए राज्यभर में 21 जनवरी को बनाई जाने वाली मानव श्रृंखला में विपक्षी राजनीतिक दलों के भी शामिल होने की अपील की है।

उपमुख्यमंत्री मोदी ने यहां मंगलवार को कहा कि पिछले साल विपक्ष में रहने के बावजूद शराबबंदी को सफल बनाने और जन जागरूकता के लिए आयोजित मानव श्रृंखला में भाजपा के राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया था।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी शराबबंदी का समर्थन किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद शराबबंदी के पक्ष में मानव श्रृंखला में तो शामिल हुए थे, परंतु बाद में प्रधानमंत्री और शराबबंदी का मजाक उड़ाने लगे थे।

भाजपा के नेता मोदी ने कहा कि भाजपा की राज्य से लेकर मतदान केंद्र स्तर तक की सभी इकाइयां व कार्यकर्ता दहेज और बाल विवाह के खिलाफ 21 जनवरी को आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेंगे और दूसरों को भी शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।

उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि दहेज और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों की बुराइयों और इससे समाज को होने वाले नुकसान का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए बिहार के लोग अधिक से अधिक संख्या में मानव श्रृंखला में शामिल होकर न केवल इसे सफल बनाएं, बल्कि पिछले साल के रिकार्ड को भी तोड़ें।

उन्होंने कहा कि बिहार के समग्र हित में राजद और कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के नेता व कार्यकर्ता मानव श्रृंखला में शामिल होकर आम जनता को बाल विवाह और दहेज जैसी कुप्रथा को ‘ना’ कहने के लिए प्रेरित करें।

मोदी ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जो आर्थिक प्रगति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने के साथ ही सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के लिए भी प्रयास कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि दहेज प्रथा और बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को राज्य सरकार का मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम है।

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नेशनल

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए जारी किया निर्देश, ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाने वालों के खिलाफ दर्ज होगा केस

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नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन के लिए निर्देश जारी कर कहा है कि रेल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने पर केस दर्ज किया जाएगा। यानी अगर कोई शख्स ट्रेन में या ट्रेन की पटरियों पर रील बनाएगा तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए रेल और रेल की पटरियों पर रील बनाते हैं। कई जगह ये भी देखा गया है कि रील बनाते-बनाते लोग चलती ट्रेन से घायल भी हुए हैं। युवाओं में खासकर यह क्रेज है कि वह रेलवे की पटरियों पर जाकर एक्शन रील बनाते हैं या फिर कुछ एक्सपेरिमेंट करते हैं, जैसेकि ट्रेन की पटरी पर पत्थर रख दिया या कोई सामान रख दिया। इस तरह की रील बनाने वाले लोग खुद के साथ-साथ रेल यात्रियों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं।

ऐसे में रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में रील बनाने को लेकर सरकार सख्त रवैया अपना रही है। ऐसा करने पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने इस मामले में अपने सभी जोन को निर्देश दिया है, जिसमें कहा गया है कि अगर रील बनाने वाले सुरक्षित रेल परिचालन के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं या कोचों या रेल परिसरों में यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

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