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खेल-कूद

मिलते ही परिवार जैसे जुड़ गए : दीपक हुड्डा

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हैदराबाद, 29 जुलाई (आईएएनएस)| वीवो प्रो कबड्डी लीग सीजन-5 के अपने पहले ही मैच में पूर्व चैम्पियन यू-मुम्बा पर शानदार जीत हासिल करने वाली पुनेरी पल्टन टीम के कप्तान दीपक निवास हुड्डा का कहना है कि जून में जब उनकी टीम के सदस्य पहली बार आपस में मिले तो वे मिलते ही एक दूसरे से जुड़ गए और यही कारण है कि उनकी टीम ने अपने हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर यू-मुम्बा को बुरी तरह पराजित किया।

पुणे की टीम ने भारतीय टीम के कप्तान अनूप कुमार की कप्तानी में खेल रही यू-मुम्बा को 33-21 से पटखनी दी। इस मैच में एक तरफ जहां यू-मुम्बा का खेल बिखरा हुआ दिखा, वहीं पुणे की टीम ने डिफेंस और रेडिंग में शानदार प्रदर्शन किया। उसका खेल देखकर एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि यह टीम मई में हुई नीलामी के बार फिर से बनाई गई है और इसमें शामिल खिलाड़ी पहली बार एक साथ लीग में खेल रहे हैं।

औरों को भले ही यह बात हैरान करती हो, लेकिन दीपक इसे सहजता से लेते दिखे। दीपक ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा- हमारे काम्बीनेशन की खास बात यह रही कि हम कहीं ना कहीं पूरे साल जुड़े रहे। संदीप नरवाल के साथ मैं काफी साल स्पोटर्स अथॉरिटी आफ इंडिया में खेला। धर्मराज (चेरालथन) के साथ भारत के लिए खेला हूं। रवि (कुमार) के साथ पहले भी खेल चुका हूं। मैंने तो हमारी टीम के अधिकांश खिलाड़ियों के साथ काफी समय बिताया है। हम एक फैमिली की तरह जुड़ गए और इसी कारण आज हमारा खेल इतना सुंदर दिखा।

यू-मुम्बा के खिलाफ संदीप नरवाल ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए छह अंक बटोरे। वह पुणे की डिफेंस की सबसे मजबूत इकाई बनकर उभरे और अपनी प्रतिभा और साख के साथ पूरा न्याय किया। संदीप को देश के सबसे अच्छे डिफेंडरों में से एक माना जाता है। इसके अलावा लीग के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी 43 साल के धर्मराज ने डिफेंस में उनका बेहतरीन साथ दिया और अनूप, शब्बीर बापू, काशीलिंग अडाके और कुलदीप सिंह की बेहतरीन रेडरों की चौकड़ी को सफल नहीं होने दिया।

हुड्डा ने कहा कि अनूप और उनकी काबिल चौकड़ी के लिए उनकी टीम ने पहले ही रणनीति बना रखी थी और इस पर चलते हुए वह सफलता तक पहुंची। इस मैच में हालांकि अनूप ने आठ अंक बटोरे, लेकिन शब्बीर और काशीलिंग बुरी तरह फ्लॉप रहे। मैच के बाद अनूप ने भी स्वीकार किया कि रेडिंग और डिफेंस में उनकी टीम में कई कमियां सामने आई हैं और अब उनका प्रयास उन्हें दूर करने पर है।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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