Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड एडवाइजरी जारी कर तीन तलाक के प्रति दूल्‍हों को करेगा जागरूक

Published

on

एडवाइजरी, तीन तलाक, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, सुप्रीम कोर्ट

Loading

नई दिल्‍ली। ऑल इंडिया मस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह काजियों को मशविरे जारी करेगा कि वे दूल्हों से कहें कि वैवाहिक संबंध तोड़ने के मामले में तीन तलाक का रास्ता नहीं अपनाएं।

एडवाइजरी, तीन तलाक, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, सुप्रीम कोर्ट

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सोमवार को कोर्ट में 13 पेज का हलफनामा दायर किया। बोर्ड ने बताया कि तीन तलाक की प्रथा को रोकने की कोशिश की जाएगी। बोर्ड के विचारों के प्रसार के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक का इस्तेमाल किया जाएगा।

बोर्ड ने कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा है कि अपनी वेबसाइट, प्रकाशनों और सोशल मीडिया के माध्यम से काजियों के लिये यह एडवाइजरी जारी करने का फैसला किया है कि वे निकाहनामे पर दस्तखत करते वक्त दूल्हों से कहेंगे कि मतभेद होने की स्थिति में एक ही बार में तीन तलाक का मार्ग नहीं चुने क्योंकि यह शरीयत में एक अवांछनीय परंपरा है और समाज में नापसंदीदा है।

हलफनामे के सचिव मोहम्मद फजलुर्रहीम के अनुसार, निकाह कराते समय, निकाह कराने वाला व्यक्ति दूल्हे को सलाह देगा कि मतभेद के कारण तलाक की स्थिति उत्पन्न होने पर वह एक ही बार में तीन तलाक नहीं देगा क्योंकि शरीयत में यह अवांछनीय परंपरा है।

हलफनामे में कहा गया है, निकाह कराते वक्त, निकाह कराने वाला काजी दूल्हा और दुल्हन दोनों को निकाहनामे में यह शर्त शामिल करने की सलाह देगा कि उसके पति द्वारा एक ही बार में तीन तलाक की परंपरा को अलग रखा जायेगा।

प्रधान न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के हलफनामे का अवलोकन करेगी। इस संविधान पीठ ने 18 मई को ही तीन तलाक के मुददे पर सुनवाई पूरी की है।

मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक की परपंरा की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर संविधान पीठ ने केन्द्र, आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और आल इंडिया मुस्लिम वुमेन पर्सनल ला बोर्ड तथा अन्य पक्षों की दलीलों को ग्रीष्म अवकाश के दौरान छह दिन
सुना था।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending