मुख्य समाचार
मोदी प्राइम टाइम मिनिस्टर हैं : राहुल गांधी
नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ कहकर तंज कसा और कहा कि जब लोग पुलवामा के शहीदों पर आंसू बहा रहे थे, मोदी ‘हंसते हुए’ फोटोशूट में व्यस्त थे। राहुल गांधी ने कहा, “पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म की शूटिंग करते रहे।”
मोदी के झील के पास फोटोशूट का जिक्र करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने ट्वीट किया, “देश के दिल व शहीदों के घरों में दर्द का समंदर उमड़ रहा था और वे हंसते हुए नदी के पास फोटोशूट पर थे।”
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए सवाल उठाया कि मोदी पुलवामा हमले के तुरंत बाद क्या कर रहे थे।
कांग्रेस ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमले के दो घंटे बाद उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले में रैली को संबोधित करने के दौरान हमले व इसके पीड़ितों का उल्लेख करने में विफल क्यों रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि वह अपरान्ह 3.10 (जब पुलवामा में हमला हुआ) से 5.10 के बीच क्या कर रहे थे। 4.40 बजे उन्होंने मोबाइल फोन से एक रैली को संबोधित किया। जहां तक हमारी जानकारी है, उन्होंने एक बार भी हमले का उल्लेख नहीं किया।”
मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री के डीडी न्यूज के एक वीडियो को साक्ष्य के तौर पर पेश किया।
उन्होंने कहा, “अगर उन्होंने पुलवामा हमले की निंदा की होती तो शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की होती..लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया।”
उन्होंने कहा कि इससे अधिक कोई असंवेदनशीलता नहीं हो सकती।
मनीष तिवारी ने कहा, “क्या वह (प्रधानमंत्री) 3.10 बजे से 5.30 बजे के बीच हमले से अंजान थे? या तो उनके कार्यालय द्वारा उन्हें सूचित नहीं किया गया था या उनसे संपर्क असंभव था। इसे सत्ता के शीर्ष पर संवाद की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि भारत एक परमाणु संपन्न देश है जिसका पड़ोसी पाकिस्तान भी परमाणु संपन्न हैं और ऐसे में देश ऐसे नेताओं को बर्दाश्त नहीं सकता जो समय पर संवाद नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, “अगर आप को पता नहीं था कि हमला हुआ है तो इससे बड़ी अक्षमता क्या हो सकती है।”
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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