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अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी, शी के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं हुई : चीन

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बीजिंग, 10 जुलाई (आईएएनएस)| चीन ने सोमवार को कहा कि हैम्बर्ग में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ‘द्विपक्षीय बैठक नहीं’ हुई। चीन की यह टिप्पणी भारत के उस दावे के बाद आई है, जिसके मुताबिक हैम्बर्ग में दोनों नेताओं ने ‘कई मुद्दों पर चर्चा’ की थी।

दोनों नेताओं के बीच चर्चा के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, मेरी जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं ने कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं की।

गेंग ने कहा कि शी ने ब्रिक्स नेताओं की एक अनौपचारिक बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें मोदी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि दोनों देश के बीच किसी भी अर्थपूर्ण वार्ता के लिए डोकलाम से भारतीय सैनिकों की वापसी शर्त है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हैम्बर्ग में मोदी तथा शी के बीच द्विपक्षीय बैठक के दौरान ‘जिन मुद्दों पर चर्चा हुई’ थी, उसका विवरण देने से शनिवार को इनकार कर दिया था।

प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा था, हमने ट्वीट किया था कि दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर बातचीत की है। मैं इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं देना चाहता..मैं इसका निष्कर्ष आप पर छोड़ता हूं।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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