मुख्य समाचार
यूपी : पीसीएस की तर्ज पर होगी लेखपाल परीक्षा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 13 सितंबर को होने वाली लेखपाल भर्ती परीक्षा इस बार आईएस और पीसीएस की तर्ज पर होगी। परीक्षा केंद्रों पर सख्ती के अलावा पूरा प्रशासन परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था टीसीएस इस पर कड़ी निगरानी रखेगी। खास बात यह कि परीक्षा केंद्रों और परीक्षा कक्ष में तैनात अधिकारी भी अपने मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। लेखपाल परीक्षा में 113 परीक्षा केंद्रों में कुल एक लाख 66 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें से 32 हजार परीक्षार्थी लखनऊ के होंगे। अन्य परीक्षार्थी प्रदेश के अन्य जनपदों से आएंगे। पहली पाली में 83 हजार 179 और दूसरी पाली में 83 हजार 178 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
पहली पाली सुबह 10 से 11.30 जे तक और दूसरी पाली की परीक्षा तीन बजे से 4.30 बजे तक होगी। एडीएम (प्रशासन) आर.के. पांडेय ने बताया कि परीक्षार्थी राजस्व परिषद की वेबसाइट से अपने प्रवेशपत्र डाउनलोड कर सकते हैं। लेखपाली परीक्षा के लिए कुल आठ जोन बनाए गए हैं। पूरे जनपद को 16 सेक्टरों में बांटा गया है। सभी 113 परीक्षा केंद्रों में एक-एक अधिकारी की तैनाती की गई है, जो नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी होंगे। इसके अलावा एक केंद्र परीक्षक और एक उपकेंद्र परीक्षक की तैनाती भी की गई है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र के परीक्षा कक्षों में 14 परीक्षार्थियों पर दो, 48 पर चार और 66 परीक्षार्थियों पर छह कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की जाएगी।
कुछ ऐसे परीक्षा केंद्र भी चिह्न्ति किए गए हैं, जिसके आसपास जैमर लगाए जाएंगे, ताकि वहां पर मोबाइल नेटवर्क काम न कर सके। यही नहीं, सभी परीक्षार्थियों के अलावा कक्ष निरीक्षक, केंद्र परीक्षक जो परीक्षा केंद्र के अंदर मौजूद होंगे, वे भी अपने मोबाइल व कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर अंदर नहीं जा सकेंगे।
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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।
उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।
विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा
प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।
विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान
योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।
समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा
पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।
खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।
बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति
चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।
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