Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

यूपी बजट सत्र : कानून व्यवस्था, स्वाइन फ्लू को लेकर जमकर हंगामा

Published

on

UP-vidhansabha-disturb

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानमंडल बजट सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा और विधान परिषद में कानून व्यवस्था व तेजी से फैलते स्वाइन फ्लू को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सदन में गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कानून व्यवस्था, स्वाइन फ्लू और आलू किसानों के मुद्दे को लेकर सदन से बहिर्गमन कर गई। विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार को जैसे ही शुरू हुई, बसपा के सदस्यों ने प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था को लेकर विधानभवन में काफी हंगामा किया। सदन में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे। उनकी मौजूदगी में ही बसपा के सभी विधायकों ने हंगामा किया।

सदन शुरू होते ही इन सभी ने कानून व्यवस्था, स्वाइन फ्लू के मुद्दे को लेकर बसपा ने सदन से बहिर्गमन किया। बसपा के सदस्यों ने पोस्टर और बैनर लहराए। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के अलावा बुधवार को सदन पटल पर रखे गए अध्यादेशों पर भी बहस होनी है। वहीं, विधान परिषद में स्वाइन फ्लू के मुद्दे को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के विधायक मास्क पहनकर सदन में पहुंचे। उन्होंने जमकर हंगामा किया। ऐसे में 24 फरवरी तक विधान परिषद स्थगित कर दी गई।

इससे पूर्व एक महीने तक चलने वाला सत्र राज्यपाल राम नाइक और कैबिनेट मंत्री आजम खान के विवाद के कारण पहले दिन ही हंगामे की भेंट चढ़ गया था। भाजपा और बसपा ने उनके अभिभाषण का विरोध किया। विधानमंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होकर 27 मार्च तक चलेगा। एक महीने नौ दिन के इस सत्र में कुल 26 बैठकें होंगी और बजट पारित होगा। वहीं, उप्र गुंडा नियंत्रण संशोधन अध्यादेश, यूपी गिरोहबंदी और समाज विरोधी क्रिया-कलाप निवारण संशोधन अध्यादेश भी विधेयक के रूप में रखा जाएगा।

बुधवार को हंगामे के बीच ही मुख्यमंत्री की ओर से सदन के पटल पर दो अध्यादेश भी रखे गए। इसमें यूपी गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रिया-कलाप (निवारण) (संशोधन) अध्यादेश 2015 और दूसरा यूपी गुंडा नियंत्रण (संशोधन) अध्यादेश 2015 को पटल पर रखा गया।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending