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मुख्य समाचार

यूपी विधानसभा में भारी हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पारित

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लखनऊ। यूपी विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस सदस्यों ने लाठीचार्ज घटना की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई। इस हंगामे के बीच ही अनुपूरक बजट को बिना चर्चा कराए पारित कर दिया गया। एक तरफ कांग्रेस के सदस्य शोर मचाते रहे और दूसरी तरफ अनुपूरक बजट पारित होता रहा। सिर्फ आधे घंटे में सूबे का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट पारित कर दिया गया।

सदन के इतिहास में ऐसा कम ही देखने को मिला है जब बजट पर चर्चा न हुई हो और पारित कर दिया गया हो लेकिन मंगलवार को यह वाकया यूपी विधानसभा में देखने को मिला। हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई तो वेल में पहले से ही मौजूद कांगेस विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी सदस्य बैनर लिए सोमवार को राजधानी में हुई लाठीचार्ज मामले की सरकार से न्यायिक जांच की गुहार कर रहे थे। गौरतलब है कि सोमवार को लक्ष्मण झूला मैदान में कांग्रेसियों ने सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था इस दौरान पुलिस ने खूब लाठिया भांजी थी। जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजबब्बर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री, यूपी के प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री सहित कई कांग्रेसियो को चोटें आई थीं।

सरकार की इसी दमनकारी नीति को लेकर कांग्रेसियो ने मंगलवार को दोनों सदनों के वेल में आकर काफी हंगामा किया। कांग्रेस सदस्य पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग पर अड़े रहे। हालांकि इस दौरान विधान परिषद को स्थगित कर दिया गया। दोपहर एक बजे जब दोबारा सदन शुरू हुआ तब भी कांग्रेसी वेल में हंगामा करते रहे और अपनी मांग पर अड़े रहे। फिलहाल जहां एक तरफ हंगामा चलता रहा तो दूसरी तरफ बजट पारित होता रहा। सदन की दिन भर की कार्यवाही मात्र आधे घंटे में पूरी कर दी गयी। जबकि इस दौरान कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने सरकार पर कई आरोप लगाए और लाठीचार्ज की घटना की न्यायिक जांच की मांग की।

इस मामले को लेकर बसपा ने कांग्रेस का समर्थन किया व लाठीचार्ज की निंदा की और सपा सरकार को तानाशाह करार दिया। जबकि सदन की कार्यवाही के मामले पर बसपा ने सदन चलने देने की मंशा ज़ाहिर की। हालांकि सोमवार को हंगामा कर रही भाजपा आज शांत दिखाई दी, लेकिन बयान के दौरान सरकार और कांग्रेस पर हमलावर रही और कांग्रेस-सपा के बीच गठबंधन होने का आरोप लगाया। इस पूरे मामले पर संसदीय कार्यमंत्री मो. आजम खां ने कहा कि सदन में मौजूद कांग्रेस का एक भी विधायक चोटिल नजर नहीं आ रहा है। इन्होंने तो बेगुनाहों को लाठीचार्ज के लिए धकेल दिया और स्वयं न्यायिक जांच की मांग करने आ गए। ऐसे में जांच की कोई जरूरत नहीं है। आजम के बयान पर कांग्रेस सदस्य की नाराजगी और बढ़ी और सबने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए हंगामा तेज कर दिया।

सदन को अव्यवस्थित देख विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष से हस्तक्षेप कर कांग्रेस सदस्यों को समझाने को कहा। इस पर नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोकतंत्र की समर्थक समाजवादी पार्टी की सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी है। इतना सुनते ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले दस मिनट, फिर 11.30 और इसके बाद प्रश्नकाल की समाप्ति 12.20 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

स्थगन काल की समाप्ति के बाद 12.20 बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी और समूचे सदन ने दो मिनट का मौन रख सभी भूतपूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद कांग्रेस सदस्य एक बार फिर वेल में आ गए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए लाठीचार्ज मामले की न्यायिक जांच की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार आग्रह करने पर भी कांग्रेस सदस्य हंगामा करते रहे। ऐसे में सदन को अव्यवस्थित देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट और फिर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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