मुख्य समाचार
योगी सरकार अयोध्या तीर्थ विकास परिषद का गठन जल्द करेगी
लखनऊ, 6 अप्रैल (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उप्र में सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को तवज्जो मिलनी शुरू हो गई थी। सरकार के सूत्रों का दावा है कि योगी सरकार अब अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के गठन को लेकर गंभीर हो गई है और अधिकारियों को इसके लिए नियमावली तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से उसके आसपास मौजूद तीर्थस्थलों के समन्वित विकास का खाका तैयार किया जाएगा। पर्यटन विभाग ने इसके लिए नियमावली बनानी शुरू कर दी है।
पर्यटन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, उप्र में यागी सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या, मथुरा, काशी, चित्रकूट और नैमिशारण्य सहित दूसरे पौराणिक स्थलों के विकास की कवायद तेज हो गई थी।
इसी क्रम में योगी सरकार ने मथुरा और वृंदावन में तीर्थ स्थलों के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया था इस कड़ी में अब अयोध्या का नाम जुड़ने जा रहा है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अयोध्या तीर्थ विकास परिषद की रूपरेखा भी ब्रज तीर्थ विकास परिषद जैसी ही होगी। मुख्यमंत्री ही इसके अध्यक्ष होंगे। इसके अलावा एक पूर्णकालिक उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा।
गौरतलब है कि उप्र पर्यटन विभाग पहले से ही नव्य अयोध्या के नाम पर एक दीर्घकालिक योजना तैयार कर चुका है। पर्यटन विभाग की कमान मुख्यमंत्री के सबसे चहेते अधिकारी अवनीश अवस्थी के पास है। योगी की मंशा के अनुरूप ही इस योजना के अंतर्गत 300 करोड़ रूपये की लागत से भगवान राम की 108 मीटर उंची प्रतिमा भी बनाई जाएगी। इसके अतिरिक्त भी अयोध्या में कई काम होने हैं। इन कामों पर नजर रखने के लिए ही अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के गठन की कवायद शुरू की गई है।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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