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प्रादेशिक

राजद के प्रचार के लिए ‘तहलका’ और ‘हसीना नंबर वन’ तैयार!

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पटना| बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अब प्रचार में जुट गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां चुनाव प्रचार के लिए ‘परिवर्तन रथ’ का सहारा ले रही है, वहीं सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के पास पहुंच रही है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रचार के लिए भी ‘हसीना नंबर वन’, ‘मधुबाला’ और ‘तहलका’ टमटम तैयार है।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा के हाईटेक प्रचार को टक्कर देने के लिए 1000 टमटम प्रचार में उतारने की घोषणा की है। लालू अपनी खास शैली के लिए प्रसिद्घ हैं और वह आगामी चुनाव के लिए देसी अंदाज में चुनाव प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं और इसके लिए 500 से ज्यादा टमटम पटना पहुंच गए हैं।

पटना पहुंचे सभी टमटमों में राजद का झंडा और पोस्टर लगाए गए हैं तथा चुनाव चिन्ह ‘लालटेन’ को करीने से सजाया गया है।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे कहते हैं कि पटना पहुंचे टमटम राजगीर, नालंदा, महुआ और आरा से मंगवाए गए हैं, जबकि सहरसा के टमटमों को यहां अभी पहुंचना शेष है। उन्होंने दावा किया के राजद के प्रचार में 1000 से ज्यादा टमटम लगाए जाएंगे।

पूर्वे के अनुसार, “पूर्व राष्ट्रपति डॉ़ कलाम के निधन के बाद कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। संभावना है कि राष्ट्रीय शोक समाप्त होने के बाद इन सभी टमटमों को पटना से रवाना किया जाएगा।”

राजगीर से पटना पहुंचे एक टमटम के चालक अमित कहते हैं कि राजद के प्रचार के लिए हम पटना आए हैं और फिर हम राजगीर जाएंगे जहां टमटम को चुनाव प्रचार में लगाया जाएगा।उनका कहना है, “अभी पैसा तय नहीं हुआ है, परंतु राजगीर में भी प्रतिदिन 200 से 300 रुपये कमा लेता था। चुनाव प्रचार के लिए तो ज्यादा ही पैसा मिलेगा।”

चुनाव प्रचार में उतरने वाले टमटम भी पूरे सजेधजे हैं। टमटम ‘सूर्यमुखी’ के घोड़ों को नहला कर और टमटम साफ कर प्रचार में जाने के लिए तैयार किया गया है। वहीं अन्य टमटम ‘हसीना नंबर वन’, ‘मधुबाला’, ‘रिमझिम तांगे वाले’ भी प्रचार के लिए तैयार हैं।सहरसा में भी राजद के कार्यकर्ता टमटम की खोज में जुटे हुए हैं। सहरसा में राजद के जिला अध्यक्ष मोहम्मद ताहिर कहते हैं, “लालू प्रसाद के संदेश के बाद टमटम की खोज की जा रही है। पूर्व में ही लालू जी ने 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भाड़ा तय कर दिया है।”उनका मानना है कि कुछ वर्ष पूर्व तक सहरसा में टमटम बड़ी संख्या में चला करते थे, परंतु अब स्थिति बदल गई है। अब बहुत कम टमटम क्षेत्र में रह गए हैें।

पटना के मारूफगंज टमटम पड़ाव के टमटम चालक राहुल कहते हैं कि पटना में राजद के कार्यक्रमों में टमटमों को बुलाया जा रहा है। उनका कहना है कि पटना में ही कम से कम 400 टमटम हैं। उन्होंने बताया कि अब तक पटना के टमटम वालों को राजद के प्रचार के लिए बुलाया नहीं गया है। लेकिन जब बुलाया जाएगा और सही किराया मिलेगा तो प्रचार करने में क्या दिक्कत है।राजद प्रदेश अध्यक्ष पूर्वे कहते हैं कि इन सभी टमटमों को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद हरी झंडी दिखाकर पटना से रवाना करेंगे। उन्होंने बताया कि साउंड सिस्टम से लैस इन टमटमों पर कार्यकर्ता भी सवार रहेंगे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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