Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

राजस्थान में सरकारी स्कूलों का होगा कायाकल्प : मंत्री

Published

on

जयपुर,अजमेर जिले,शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी,उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रिश्चनगंज,हिन्दुस्तान

Loading

जयपुर | अजमेर जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों के कायाकल्प में लगी है। स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही पर्याप्त स्टाफ की तैनाती एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए गंभीरता से प्रयासरत है। सरकार के प्रयास रंग ला रहे और स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने लगी है। प्रो. देवनानी ने शनिवार को अजमेर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रिश्चनगंज, राजकीय मोइनिया इस्लामिया उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सहित अन्य विद्यालयों में हिन्दुस्तान जिंक लि. की ओर से सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के तहत उपलब्ध कराए गए।

देवनानी फर्नीचर के वितरण एवं नवप्रवेशी विद्यार्थियों के अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न स्कूलों में 80 लाख रुपये की लागत का फर्नीचर उपलब्ध कराया जा रहा है। शिक्षा राज्य मंत्री ने अभिभावकों व शिक्षकों से कहा कि वे सरकारी स्कूलों का गौरव पुन: लौटाने के लिए संयुक्त रूप से ऐसे प्रयास करें कि उनके क्षेत्र में स्कूल में प्रवेश करने योग्य कोई बालक-बालिका प्रवेश से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा शिक्षक स्कूल समय के पश्चात एक घंटा अपने क्षेत्र में घूमें और अभिभावकों से मिलें। प्रधानाचार्य भी सप्ताह में एक-दो बार अपने शिक्षकों की बैठक लेकर बच्चों के भविष्य के बारे में चिंतन करें और प्रत्येक विद्यार्थी के बारे में भी चर्चा करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि दो माह में जितने शिक्षकों की पदोन्नति व पदस्थापन हुए हैं वह उल्लेखनीय है। स्कूलों का वातावरण स्वच्छ व सुन्दर बनाकर पढ़ाई के स्तर को सुधारें। प्रधानाध्यापकों को भी सप्ताह में कम से कम 12 क्लास पढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार प्रतिवर्ष शिक्षा के क्षेत्र पर करीब 200 अरब रुपये खर्च कर रही है। इसलिए यह हम सब की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में सरकारी विद्यालयों का शैक्षणिक स्तर उन्नत हो।

उन्होंने क्षेत्र के भामाशाहों से अनुरोध किया कि वे अपने आस-पास की स्कूलों में आवश्यकतानुसार फर्नीचर व अन्य सामग्री उपलब्ध कराएं जिससे निजी स्कूलों के मुकाबले में सरकारी स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध हो। समारोह में हिन्दुस्तान जिंक लि. के प्रबंध निदेशक के.सी.मीणा एवं अन्य अधिकारियों ने बताया कि सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के तहत अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में 4 हजार मेज व स्टूल, 3 वाटर कूलर व 41 पानी की टंकी उपलब्ध करायी जा रही है। जिले में अन्य क्षेत्रों में भी कार्य कराएं जा रहे हैं। इस अवसर पर शिक्षा उपनिदेशक सुरेश शर्मा, सतीश बंसल, भारती श्रीवास्तव, नीरज जैन, जयकिशन पारवानी, रमेश सोनी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending