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राज्यसभा चुनाव: यूपी में भाजपा का दांव, मैदान में उतारा नौवां प्रत्याशी

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लखनऊ। राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुल 9 उम्मीदवारों ने सोमवार को नामांकन के अन्तिम दिन अपना पर्चा भरा। इस तरह भाजपा ने राज्यसभा में यूपी की 10 सीटों में से नौ पर उम्मीदवार उतार दिए हैं। विपक्ष के दो उम्मीदवार पहले से मैदान में हैं। ऐसे में निर्विरोध निर्वाचन की संभावना खत्म हो गई है।

बता दें कि एक सीट जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत है। सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद को मिलाकर विपक्ष के पास कुल 74 वोट हैं जो दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त हैं लेकिन भाजपा के सेंध लगाने पर विपक्ष का गणित बिगड़ भी सकता है।

भाजपा की ओर से सोमवार को सबसे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विधानसभा के टंडन हॉल में अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मंत्री रमापति शास्त्री, सत्यदेव पचौरी, एसपी बघेल समेत अनेक विधायक मौजूद रहे।

भाजपा के अन्य सात उम्मीदावार अशोक वाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव व हरनाथ यादव ने नामाकंन किया। वहीं 9वें उम्मीदवार के रूप में भाजपा की ओर से व्यापारी नेता अनिल अग्रवाल ने अपना नामांकन दाखिल किया।

नामांकन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे, कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन, उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, संगठन मंत्री सुनील बंसल और मंत्री अनुपमा जायसवाल के अलावा प्रस्तावक होने वाले सभी विधायक पार्टी कार्यालय में मौजूद रहे। राज्यसभा नामांकन के लिए आज अंतिम दिन है। 23 मार्च को मतदान होगा।

भाजपा के 9 उम्मीदवारों में से 7 उत्तर प्रदेश के हैं जबकि दो लोग बाहर के हैं। उम्मीदवारों में दो ब्राह्मण, एक ठाकुर, एक अति पिछड़े, एक जाटव, एक यादव, एक वैश्य है। जहां वाजपेयी हरदोई तो विजय पाल तोमर व कांता कर्दम मेरठ निवासी हैं। सकलदीप राजभर बलिया, हरनाथ सिंह यादव एटा, डॉ. अनिल जैन फिरोजाबाद और अनिल अग्रवाल गाजियाबाद के रहने वाले हैं। वहीं वित्तमंत्री अरुण जेटली दिल्ली और जीएवएल नरसिम्हा राव आंध्र प्रदेश के निवासी हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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