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नेशनल

राज्यसभा में फिर उठा नोटबंदी का मुद्दा

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rajya-sabha-नई दिल्ली | संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में गुरुवार को एक बार फिर नोटबंदी का मुद्दा उठा। विपक्षी सदस्यों ने इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब मांगा। इस पर शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए बाधित हुई। राज्यसभा के उपसभापति पी.जे.कुरियन ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बोलने की इजाजत देते हुए शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की, लेकिन इसी बीच अन्य विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री चर्चा में हिस्सा लेने के हकदार हैं, लेकिन आप चर्चा को रोक नहीं सकते। विपक्ष को बोलने का विशेष अवसर नहीं दिया जाएगा। हमें चर्चा जारी रखनी चाहिए।”

उन्होंने कहा, “यदि चर्चा नहीं होती है तो मुझे बेहद दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि विपक्ष में से किसी को बोलने की अनुमति नहीं होगी। यह शून्य काल सामान्य शून्यकाल नहीं है, बल्कि एक अवसर है। यदि यह नोटबंदी का मुद्दा है तो विपक्ष को चर्चा शुरू करनी चाहिए। मनमोहन सिंह को चर्चा में बोलने दीजिए। हम उसका जवाब देंगे।”

लेकिन विपक्ष की ओर से शोर-शराबा जारी रहने के कारण उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

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