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रातोंरात सफलता में विश्वास मत करो : जसलीन रॉयल

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नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)| ‘लव यू जिंदगी’ चर्चित गायिका जसलीन रॉयल ने कहा कि एक सफल परियोजना को हाथ में लेना परियोजनाओं की एक श्रृंखला है। जसलीन ने एक रिकॉर्डेड प्रतिक्रिया के माध्यम से आईएएनएस को बताया, “‘लव यू जिन्दगी’ गीत के रिलीज होने के बाद मुझे लोगों से बहुत प्यार मिला। हर उम्र का शख्स इस गीत को जानता है। इसके बाद लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया, लेकिन इस गीत को मील का पत्थर परियोजना कहना उचित नहीं होगा।”

उन्होंने कहा, “मैं एक मील के पत्थर की परियोजना में विश्वास नहीं करता हूं। यह एक महान परियोजना में उतरने के लिए परियोजनाओं की एक श्रृंखला लेता है। मुझे रात भर की सफलता पर विश्वास नहीं है।”

उल्लेखनीय है कि 27 वर्षीया गायिका ने सोनम कपूर अभिनीत ‘खूबसूरत’ के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने ‘फिलौरी’, ‘डियर जिंदगी’, ‘बार बार देखो’ और अब ‘गली बॉयी’ और अक्षय कुमार अभिनीत आगामी फिल्म ‘केसरी’ के लिए गाया है।

उन्होंने बताया, “मैं इस बात की आभारी हूं कि चीजें कैसे बदल गई हैं। अगर मैं अपने पहले गीत ‘पंछी हो जवां’ को देखती हूं, जो एक शून्य बजट गीत था, मुझे अभी भी याद है कि मैं अपने गिग्स से कैसे पैसे बचाती थी। मुझे इससे 7,000-8,000 रुपये मिलते थे और फिर मैंने अपना पहला गीत रिकॉर्ड करने के लिए पैसे बचाने शुरू किए।”

उन्होंने बताया, “मैंने इसे (गीत) को यूट्यूब पर डाला, और फिर यह उद्योग के कई लोगों तक पहुंच गया और इसके बाद मुझे ‘खूबसूरत’ के लिए प्रस्ताव मिला। मैं इसे रात की सफलता नहीं कहूंगी, यह प्रक्रिया धीरे-धीरे हुई।”

 

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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