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रामनवमी : बंगाल में बच्चों ने हथियारों के साथ रैली निकाली

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कोलकाता, 25 मार्च (आईएएनएस)| राज्य बाल अधिकार समिति के कुछ दिनों पहले जारी किए गए निर्देशों को खुलेआम दरकिनार करते हुए पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में रविवार को रामनवमी रैली में कई बच्चों को धारदार हथियारों के साथ चलते देखा गया।

रैली में नाबालिग लड़के व लड़कियां भगवान राम का नाम जपते हुए तलवार व चाकू जैसे हथियार भांज रहे थे। इस रैली का आयोजन कथित तौर पर बजरंग दल ने किया था।

पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूबीसीपीसीआर) की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी ने आईएएनएस से कहा, हमें यह रिपोर्ट प्राप्त हुई है कि बच्चों ने पुरुलिया में रामनवमी रैली में हथियारों के साथ भाग लिया है। इसे लेकर हमने स्थानीय प्रशासन व पुलिस से संपर्क किया।

उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने स्वीकार किया कि ऐसा हुआ लेकिन जैसे ही यह सूचना मिली, पुलिस ने उनके हथियारों को ले लिया।

चटर्जी ने कहा कि आयोग ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों को रामनवमी के दौरान बच्चों व नाबालिगों को सशस्त्र रैली में भाग लेने से रोकने के निर्देश दिए थे क्योंकि उनकी मनोदशा पर यह प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।

इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार के सार्वजनिक तौर पर हथियार लेकर चलने पर रोक की अवहेलना करते हुए आरएसएस से संबद्ध संगठनों द्वारा कई हथियारबंद रैलियां राज्य के विभिन्न हिस्सों में निकाली जा रहीं हैं। इनमें बीरभूम, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा व कोलकाता के कई स्थान शामिल हैं।

भाजपा के राज्य के कई बड़े नेताओं को हथियारों के साथ जुलूस में भागीदारी करते देखा जा रहा है। राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष पश्चिम मिदनापुर में तलवार के साथ व महिला इकाई की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी त्रिशूल लिए दिखाई दीं। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा भी एक रैली में हथियार का प्रदर्शन करते देखे गए।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल सशस्त्र रैलियों पर रोक से थोड़ी छूट दी है। उन संगठनों को रैली में इस्तेमाल की अनुमति दी गई है जो दस साल से अधिक समय से रामनवमी मना रहे हैं।

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नेशनल

हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा -“पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री”

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राजस्थान। राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (6 नवंबर) से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय हनुमंत कथा शुरू हुई. यहां बागेश्वर सरकार अपने मुखारविंद से भक्तों को धर्म और आध्यात्मिकता का संदेश देंगे. छोटी हरणी हनुमान टेकरी स्थित काठिया बाबा आश्रम के महंत बनवारीशरण काठियाबाबा के सानिध्य में तेरापंथनगर के पास कुमुद विहार विस्तार में आरसीएम ग्राउंड में यह कथा हो रही है.

इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने भी मेवाड़ की पावन माटी को प्रणाम करते हुए सबका अभिवादन स्वीकार किया. हनुमंत कथा कहते हुए बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने हिंदू एकता और सनातन जागृति का संदेश दिया.

उन्होंने कहा, “हनुमानजी महाराज की तरह भेदभाव रहित होकर सबको श्रीरामजी से जोड़ने के कार्य से प्रेरणा लेते हुए सनातन संस्कृति से छुआछूत जातपात के भेदभाव को मिटाना है. अगर हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा. व्यास पीठ पर आरती करने का हक सभी को है. इसी के तहत भीलवाड़ा शहर के स्वच्छताकर्मी गुरुवार को व्यास पीठ की आरती करेंगे.”

हिंदू सोया हुआ है

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू की बुरी दशा है। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो वह हिंदू सोया है। अब हिंदुओं को जागना होगा और घर से बाहर निकलना होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे तन में जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम हिंदुओं के लिए बोलेंगे, हिंदुओं के लिए लड़ेंगे। अब हमने विचार कर लिया है कि मंच से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि हमें ना तो नेता बनना है ना किसी पार्टी को वोट दिलाना है। हम बजरंगबली की पार्टी में है, जिसका नारा भी है- जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।

 

 

 

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