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नेशनल

राम रहीम के समर्थक उनके खिलाफ फैसले से बौखलाए, पत्रकारों पर हमला, 12 मरे

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बाबा राम रहीम पर फैसला आ गया है। उन्हें दो साध्वियों का बलात्कार करने का दोषी पाया गया है। 28 अगस्त को  राम रहीम को सजा सुनाई जाएगी। फिलहाल यह साफ नहीं है कि उनको जेल किस रास्ते तक लेकर जाया जाएगा। अभी उनको कोर्ट परिसर के बाहर लेकर नहीं जाया गया है।

कहा जा रहा है कि उनको सेना की कस्टडी में रखा जाएगा। रहीम सिरसा से 800 गाड़ियों के साथ निकले थे। राम रहीम के लाखों समर्थक पंचकुला कोर्ट के आसपास मौजूद हैं। हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

एक तरफ जहां पंचकुला में फायरिंग से  5 लोगों की मौत हो गई है, तो वहीँ दूसरी तरफ राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया है। डेरा समर्थक शांत होने का नाम ही नहीं ले रहे है समर्थको की भीड़  धारदार हथियार से हमला कर रही है। वहाँ मौजूद पत्रकार और लोगों के गाड़ी-कैमरे तक टूट गए है  पंजाब के लुधियाना में सुरक्षा बढ़ा दी।

इस हिंसा में तीन की मौत सहित 9 लोग घायल हो गए हैं । धारधार हथियार से लगातार हमला हो रहा है। एक तरफ  शिमला हाईवे पर गाड़ियों को तोड़ा जा रहा है तो वहीँ दूसरी ओर भीड़ के बीच आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। लेकिन उससे भीड़ को खास फर्क नहीं पड़ रहा। लोगों के मुकाबले भीड़ कम पड़ रही है।

 दो रेलवे स्टेशन और मीडिया की गाड़ियों को आग लगा दी गई है। ख़बरों के अनुसार, अब पुलिस समर्थकों को हटाना शुरू करेगी। इसके लिए गाड़ियों को भीड़ की तरफ भेज दिया गया है।

बता दें, कि राम रहीम को हाई कोर्ट ने बलात्कारी करार दिया गया है। कोर्टरूम में कुल सात लोग मौजूद थे जिसमें  दो पुलिसवाले भी शामिल थे। राम रहीम हाथ जोड़कर जज के सामने खड़े हुए थे। जब  बीच में अफवाह उड़ी थी कि राम रहीम को बरी कर दिया गया है। इसपर लोगों ने नाचना शुरू कर दिया।

 पंचकुला कोर्ट के आस पास के  500 मीटर तक  का इलाका सील कर दिया गया है। खबर है कि समर्थक उनके कोर्ट में बैठने के लिए 70,000 रुपए का सोफा लेकर पहुंचे थे।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘अदालत का जो भी निर्णय होगा माना जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को संभालने का पूरा इंतजाम कर लिया गया है। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। हालात को संभालने के लिए सेना की भी मदद ली जा सकती है। तब तक मनोहर लाल खट्टर ने डेरा समर्थकों से शांति की अपील की, खट्टर ने कहा- जो भी फैसला होगा, लागू करवाएंगे। हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

अन्य राज्य

बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई लाखों जनता, मची भगदड़

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भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। इसके कारण कई लोगों को चोटें आई हैं। कथा के संरक्षक बनवारी शरण महाराज ‘काठिया बाबा’ ने आयोजन समिति और पुलिस-प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया। आयोजन स्थल पर पहुंचे कई लोगों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई महिलाओं को वीआईपी पास के बावजूद एंट्री नहीं दी गई। वहीं, वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण कई बार भगदड़ की स्थिति भी बनी रही।

व्यवस्था पर उठे सवाल

एक महिला चंद्रकला सुमानी ने बताया कि उनके पास वीआईपी पास थे। अगर सीटें नहीं थीं तो वीआईपी पास क्यों जारी किया गया है। यहां पर व्यवस्था काफी खराब है। पुलिस ने बिना सूचना के वीआईपी गेट को बदल दिया। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग नीचे गिरे लोगों के ऊपर से चढ़कर गुजर गए। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। हालांकि, अव्यवस्था और तमाम आरोपों पर आयोजकों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

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