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मुख्य समाचार

राष्ट्रपति के लिए मोहन भागवत के नाम का प्रस्ताव

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मुंबई। शिवसेना ने सोमवार को केंद्र सरकार के समक्ष देश के अगले राष्ट्रपति के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के नाम का प्रस्ताव रखा। सभी को चौंकाते हुए शिवसेना सांसद और पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), खासकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को देश के अगले राष्ट्रपति के लिए आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के नाम पर विचार करना चाहिए, अगर वे ‘हिंदू राष्ट्र’ के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं।

राउत ने यहां पत्रकारों से कहा, “हमने पार्टी के अंदर इस बात पर विचार-विमर्श किया। यहां तक कि शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का भी विचार है कि भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने के लिए भागवत को अगला राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए।”

राउत ने कहा कि एक कट्टर हिंदू राष्ट्रवादी के रूप में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं तथा एक और हिंदूवादी नेता आदित्यनाथ योगी देश की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।

शिवसेना नेता ने कहा, “भागवत तेज-तर्रार नेता हैं, कट्टर राष्ट्रवादी हैं और उन्हें संविधान की गहरी जानकारी है। इसलिए भाजपा यदि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है तो उसे भागवत के नाम पर जरूर विचार करना चाहिए। वह इस पद के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।”

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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