मुख्य समाचार
राष्ट्रमंडल खेल (हॉकी) : भारत ने मलेशिया को 4-1 से दी मात
गोल्ड कोस्ट (आस्टेलिया), 6 अप्रैल (आईएएनएस)| भारतीय महिला हॉकी टीम ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के दूसरे दिन शुक्रवार को मलेशिया को 4-1 से मात देते हुए अपना खाता खोला।
गोल्ड कोस्ट हॉकी सेंटर पर खेले गए इस मैच में भारत के लिए गुरजीत कौर ने छठे और 39वें, कप्तान रानी रामपाल ने 55वें मिनट और 59वें मिनट में लालरेमिसियामी ने गोल किए। वहीं मलेशिया के लिए नूरानी राशिद ने 38वें मिनट में गोल किया।
भारत को इन खेलों के पहले दिन गुरुवार को अपने पहले मैच में वेल्स से 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
पहले मैच में वेल्स के खिलाफ हार से आहत होने वाली भारतीय महिलाएं इस मैच में जीत के इरादे से उतरी थीं, इस बात की तस्दीक उनका आक्रामक खेल कर रहा था। इसका फायदा उन्हें मिला और पहले मिनट में ही टीम ने मलेशियाई खेमें में हमला बोल पेनाल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया, लेकिन खाता नहीं खोल सकीं।
पांचवें मिनट में भारत को दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला और गुरजीत ने अपने शानदार ड्रैग फ्लिक से गेंद को नेट में डाल भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी। गोल करने के बाद भारतीय महिलाएं और हावी हो गईं। इस बीच मलेशिया ने कुछ मौके बनाने चाहे लेकिन वो अपने प्रयासों को अंजाम तक नहीं पहुंचा सकीं। 13वें मिनट में उसे पेनाल्टी कॉर्नर भी मिला था, लेकिन सविता ने गोल नहीं होने दिया।
पहले क्वार्टर का अंत भारत के पक्ष में 1-0 के स्कोर के साथ हुआ।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने एक बार फिर अपने विपक्षी के खेमे में ज्यादा समय बिताया। 29वें मिनट में उसे एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला था, लेकिन इस बार मलेशिया को गोलकीपर फराह याह्या ने भारत को बढ़त दोगुनी करने से महरूम रखा।
तीसरे क्वार्टर में 34वें मिनट में नेहा ने भारत की बढ़त को दोगुना कर ही दिया था, लेकिन मलेशिया ने इस पर रैफरल लिया और रेफरी ने इस गोल को अमान्य करार दे दिया।
चार मिनट बाद मलेशिया को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इस बार नूरानी ने उसे गोल में तब्दील करने में कोई गलती नहीं की। हालांकि बराबरी का स्कोर ज्यादा देर तक रह नहीं सका और अगले ही मिनट गुरजीत ने पेनाल्टी कॉर्नर पर एक और गोल कर भारत को 2-1 से फिर आगे कर दिया।
आखिरी क्वार्टर में भारत ने दबाव में बिखरी मलेशिया की रक्षापंक्ति की कमजोरियों का फायदा उठाते हुए दो गोल और किए।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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