मुख्य समाचार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2018 के अंत तक : जावड़ेकर
नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)| केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ‘जीरो ड्राफ्ट’ तैयार है और 2018 के अंत तक इसे लागू किया जाएगा। मंत्रालय के पिछले चार वर्षो की उपलब्धियों के बारे में मीडिया को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने कहा, इस नीति पर मसौदा तैयार है। हम इसे अंतिम रूप दे रहे हैं।
जब एक पत्रकार ने जावड़ेकर से पूछा कि क्या यह नीति 2018 के अंत तक लागू हो जाएगी तो उन्होंने कहा, बिल्कुल।
मंत्री ने कहा कि शैक्षणिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए पिछले चार वर्षों में 33 नई पहलें की गई हैं।
उन्होंने कहा, मंत्रालय द्वारा क्रांतिकारी परिवर्तन किए गए हैं, क्योंकि यह सबको सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जावड़ेकर ने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि सरकार आईआईएम और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों की स्वायत्तता को कम करने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा, इसके बजाय, हम उन्हें मजबूत करना चाहते हैं, क्योंकि हम उन्हें स्वायत्तता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी स्वायत्तता को कोई खतरा नहीं है। सवाल कानून में बदलाव लाने का है।
जावड़ेकर ने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना को और अधिक फंड देकर मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि चार वर्षो में शिक्षा के लिए बजट 67,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,10,000 करोड़ रुपये किया गया है।
नेशनल
क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?
नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’
जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.
मामले की पूरी जानकारी
राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।
पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?
-
नेशनल2 days ago
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
-
खेल-कूद2 days ago
IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
ग्रेटर नोएडा में सोफा बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, तीन लोगों की जलकर मौत
-
प्रादेशिक2 days ago
एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन
-
नेशनल1 day ago
क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?
-
प्रादेशिक1 day ago
बिहार लोक सेवा आयोग : मां आंगनबाड़ी सेविका, बेटा बना डीएसपी