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राहुल-टीपू की दोस्ती में रोड़ा बने मुलायम, नहीं करेंगे प्रचार

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akhilesh-mulayam-rahulलखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीयय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल के साथ रविवार को लखनऊ में मंच साझा किया, लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर ही अखिलेश के पिता और सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि वह इस गठबंधन के खिलाफ हैं, इसके लिए वह प्रचार नहीं करेंगे।

दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए मुलायम ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर आपत्ति जताते हुए साफ कर दिया कि वह इसके पक्ष में नहीं थे। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। मुलायम ने अपना दर्द बयां किया, “हमारे जो नेता हैं, जिनके टिकट कटे हैं वो अब क्या करेंगे? पांच साल के लिए तो मौका गंवा दिया है। मैं इस समझौते के खिलाफ हूं। मैं किसी भी सूरत में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करूंगा।”

उन्होंने कहा कि सपा अकेले चुनाव लडऩे और जीतने में सक्षम थी। पार्टी को किसी भी तरह के सहारे की जरूरत नहीं थी। सपा के ज्यादा से ज्यादा नेताओं को टिकट मिलने चाहिए थे। कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत कर पार्टी को खड़ा किया है।

अखिलेश और राहुल ने रविवार को ही लखनऊ स्थित ताज होटल में एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इस गठबंधन की औपचारिक घोषणा की। इस दौरान हालांकि अखिलेश यादव से यह सवाल भी पूछा गया था कि क्या उनके पिता मुलायम सिंह प्रचार करने को तैयार हैं? जवाब में उन्होंने केवल इतना ही कहा कि उम्मीद है कि बड़े लोगों का आशीर्वाद मिलेगा। अखिलेश और राहुल ने साझा रोड शो भी किया। दोनों ने कहा कि यूपी के युवा उनके साथ हैं।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच समझौते के तहत सत्तारूढ़ सपा 298 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस को 105 सीटें दी गई हैं। दोनों पार्टियों का कहना है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को यूपी की सत्ता पर काबिज होने से रोकने के लिए यह गठबंधन किया गया है। इस चुनाव में भाजपा की ओर से कोई मुख्यमंत्री चेहरा नहीं है, पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘छवि’ पर भरोसा है।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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