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नेशनल

रेल दुर्घटना-रोकथाम प्रणाली के उन्नयन को 12000 करोड़ रुपये मंजूर

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नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय रेल ने बिजली के इंजनों के साथ नवीनतम यूरोपीय रेल सुरक्षा प्रणाली लैस करने के लिए 12,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, रेलवे बोर्ड ने 15 दिसंबर को अपनी बैठक में 6,000 बिजली इंजनों को यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस) लेवल-2 से लैस करने को मंजूरी दी है, जिससे चालकों या पॉयलटों को रेल दुर्घटनाएं रोकने में मदद मिलेंगी।

इसके अलावा बोर्ड ने चार महानगरों को जोड़ने वाले 9,054 किमी लंबे स्वर्णिम चतुर्भज मार्ग को दुर्घटना मुक्त कॉरिडोर बनाने के लिए ईटीसीएस लेवल-2 प्रणाली को स्थापित करने का फैसला किया है।

इस पूरी परियोजना पर ईटीसीएस लेवल-2 के अनुपालन में करीब 12,000 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है।

मौजूदा समय में रेलवे के पास एक आधारीय ऑटोमेटिक रेल सुरक्षा प्रणाली है, जो ईटीसीएस लेवल-1 पर आधारित है, जो पॉयलटों को एक सीमित भाग पर बैक-अप मुहैया कराती है।

इसे रेल सुरक्षा चेतावनी प्रणाली के नाम से जानते हैं। यह सुविधा ईटीसीएस लेवल-1 पर आधारित है, जिसे करीब 342 किमी के रेल मार्ग पर क्रियान्वित किया जाता है। गतिमान एक्सप्रेस निजामुद्दीन स्टेशन से आगरा के बीच 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है। इस प्रणाली द्वारा यह सुरक्षित दौड़ती है।

हालांकि, इस प्रणाली को उन्नत करके विश्व मानकों के अनुरूप करने का फैसला किया गया है, क्योंकि ईटीसीएस लेवल-1 की अपनी सीमाएं हैं।

ट्रेन की सुरक्षा चेतावनी प्रणाली में सिग्नलों की स्थिति संबंधी सूचना- यह लाल, पीले या हरे- इंजन को पहले भेजी जाती है, जो डीएमआई (ड्राइवर मशीन इंटरफेस) पर इंजन चालक के सम्मुख दिखाई देता है।

ईटीसीएस लेवल-1 प्रणाली में सिग्नल संबंधी स्थिति की जानकारी इंजन को जब इंजन एक बेलिस से गुजरता है तो एक निश्चित अवधि पर प्राप्त होती है और चालक को अपडेटेड सूचना के लिए अगले ‘बेलिस’ से गुजरने का इंतजार करना पड़ता है।

ईटीसीएस लेवल-2 के क्रियान्वयन के साथ सिग्नल की स्थिति की जानकारी के लिए ट्रैक पर लगाए ‘बेलिस’ की जरूरत नहीं होती।

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नेशनल

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर श्रद्धा वॉकर का हत्यारा आफताब पूनावाला

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नई दिल्ली । लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, मीडिया में चल रही खबरों का संज्ञान लेते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन, आफताब पूनावाला की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है क्योंकि उसे लॉरेंश बिश्नोई गैंग से खतरे की बात सामने आई है. तिहाड़ जेल के अंदर जेल नंबर 4 में आफताब पूनावाला को रखा गया है. आफताब, श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड का आरोपी है. दिल्ली के छतरपुर इलाके में आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके शरीर को कई टुकड़ों में बांट दिया था.

तिहाड़ जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन प्रशासन ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, आफताब पूनावाला लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों के निशाने पर है.

क्या है मामला ?

पुलिस की जांच में सामने आया था कि 18 मई 2022 की शाम करीब 6:30 से 7:00 बजे के बीच श्रद्धा विकास वॉल्कर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आरोपी आफताब और पीड़िता के बीच रिलेशनशिप की टाइम लाइन अहम रही. मई 2019 से मार्च 2022 के दौरान मुंबई में आरोपी और पीड़िता की मुलाकात हुई और प्रेम संबंध बन गए थे. दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे और खुद को शादीशुदा जोड़े के तौर पर दिखाते थे. उन्होंने 3 जगहों पर एक के बाद एक किराए का मकान लिया था, जहां वे रहते थे. दोनों 2 जगहों पर साथ काम कर चुके थे.

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