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प्रादेशिक

लखनऊ: पहली महिला महापौर बनीं संयुक्ता भाटिया, मॉडल सिटी बनाने का लिया संकल्प

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लखनऊ। लखनऊ नगर निगम की नव निर्वाचित पहली महिला मेयर संयुक्ता भाटिया और 110 पार्षदों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। कानपुर रोड स्थित राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना थे।

समारोह में उस वक्त स्थिति थोड़ी असहज हो गई जब सीटें नहीं मिलने से सपा पार्षदों ने हंगामा किया, जिसके जवाब में भाजपा सदस्यों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। बाद में सभी को शांत कराया गया।

शपथ लेने के बाद महापौर संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ को मॉडल शहर के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “प्राथमिकता शहर को स्वच्छता की रैंकिंग में टॉप टेन में लाना है। इसके लिए हर संभव प्रयास करूंगी। नगर निगम व महापौर को अधिकतम अधिकार दिलाने के लिए 74वें संशोधन को लागू कराने के लिए शासन स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी।”

सडक़ पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने के संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल के सहयोग से पहले क्षेत्रों में लाल रेखा खींची जाएगी और अतिक्रमण करने वालों को खुद उस लाल रेखा से पीछे हटने का समय दिया जाएगा। यदि वे नहीं हटते तो उसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी की पहल पर आयोग का फैसला, एक ही दिन होगी पीसीएस (प्रा.) परीक्षा

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री की पहल पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आगामी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 को एक ही दिन में आयोजित करने का फैसला किया है। इस निर्णय से प्रतियोगी परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों को राहत मिली है।

छात्रों के हित में सीएम योगी की पहल

पिछले कुछ दिनों से पीसीएस और अन्य चयन परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति थी। छात्रों की मांग थी कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एकाधिक पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में संपन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर आवश्यक निर्णय ले। आयोग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर छात्रों से संवाद किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए यह निर्णय लिया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।

आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए समिति का गठन

मुख्यमंत्री की पहल पर यूपीपीएससी ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके।

चयन परीक्षाओं की पारदर्शिता पर विशेष ध्यान

आयोग के सचिव ने बताया कि हाल के महीनों में देश के कई हिस्सों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसी कारण, आयोग ने दिसंबर में प्रस्तावित पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाओं को एकाधिक पालियों में आयोजित करने की घोषणा की थी। हालांकि, छात्रों की मांग और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।

छात्रों को मिलेगा फायदा

इस फैसले से लाखों छात्र जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। परीक्षा को एक ही दिन में आयोजित करने से छात्रों को परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का भरोसा मिलेगा। साथ ही, आयोग द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट से भविष्य में होने वाली परीक्षाओं की शुचिता को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस फैसले के बाद छात्रों में खुशी की लहर है और वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस त्वरित निर्णय की सराहना कर रहे हैं।

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