Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

लावा जेड25 स्मार्टफोन : आगे की राह कठिन

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)| भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी कंपनियां छाई हुई हैं और साल 2017 की तिमाही में इन कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 49 फीसदी हो गई और घरेलू स्मार्टफोन कंपनियों की आगे की राह कठिन है। ऐसे में घरेलू कंपनी लावा ने मध्यम श्रेणी का प्रीमियम डिवाइस जेड23 स्मार्टफोन लांच किया है।

इसकी कीमत 18,000 रुपये रखी गई है। यह एक बेहतरीन डिजाइन वाला डिवाइस है, जिसका लक्ष्य श्याओमी रेडमी नोट 4, लेनोवो जेड2 प्लस और ऑनर 8 को टक्कर देना है। ये सभी डिवाइस एक ही कीमत श्रेणी के हैं।

यूनीबॉडी मेटल डिजाइन के कारण जे25 काफी प्रीमियम दिखता है। इसका कर्व और स्लिम डिजाइन खासतौर से युवाओं को पसंद आएगा।

इसमें 5.5 इंच का 2.5 डी-कव्र्ड एचडी आईपीएस डिस्प्ले है। यह एक ड्यूअल सिम वाला डिवाइस है, जो ऑक्टाकोर प्रोसेसर से चलता है। इसमें 4 जीबी रैम और 32 जीबी ऑनबोर्ड मेमोरी है, जिसे 128 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।

यह डिवाइस एंड्रायड मार्शमैलो पर चलता है और बिना धीमा पड़े कई सारे काम कर सकता है।

इसमें 13 मेगापिक्सल का पिछला कैमरा ‘सोनी एक्समोर आरएस’ फीचर से लैस है, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि तस्वीरों में यह बैकग्राउंड को मुख्य सबजेक्ट की तुलना में ब्लर कर देता है। यह फोटो को डीएसएलआर जैसे इफेक्ट देता है।

इसका अगला कैमरा स्पॉटलाइट फ्लैश के साथ 8 मेगापिक्सल क्षमता का है। इसकी बैटरी 3020 एमएएच की है, जिसमें दो पॉवर सेवर मोड हैं। पहला पॉवर सेवर मोड और दूसरा सुपर पॉवर सेवर मोड।

जे25 इसी कीमत की अन्य चीनी डिवाइसों को जोरदार टक्कर देने में सक्षम है, लेकिन अभी इसमें कई सुधार की जरूरत है। हालांकि घरेलू कंपनी ने इस कीमत में एक बढ़िया फोन लांच किया है, लेकिन उपभोक्ता इसे कितना पसंद करेंगे, यह इसकी कीमत पर भी निर्भर करता है।

Continue Reading

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

By

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending