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खेल-कूद

लिन डैन को हराने की कल्पना भी नहीं की थी : श्रीकांत

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नई दिल्ली| चीन ओपन में रविवार को खिताबी जीत हासिल करने वाले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने सोमवार को कहा कि चीन के दिग्गज लिन डैन के खिलाफ मिली खिताबी जीत को उन्होंने कभी दया में मिली जीत की तरह नहीं लिया और जीत हासिल करने तक उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह जीत जाएंगे।  श्रीकांत ने कहा कि उन्हें पता था कि उनके प्रतिद्वंद्वी दो बार के ओलम्पिक चैम्पियन और पांच बार के विश्व चैम्पियन लिन डैन कहीं से भी वापसी कर सकते हैं।

राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के शिष्य श्रीकांत रविवार को इतिहास रचते हुए सुपर सीरीज प्रीमियर जीतने वाले देश के पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए। श्रीकांत ने हांगकांग से फोन पर दिए साक्षात्कार में कहा, “मैंने जीत के बारे में कभी नहीं सोचा था। फाइनल मैच के दूसरे गेम का 21वां अंक जीतने के बाद मुझे अहसास हुआ कि मैंने क्या कर दिया है। उससे पहले तक मुझे पता था कि लिन डैन जैसा खिलाड़ी कहीं से भी वापसी कर सकता है। मैं सिर्फ मैच के दौरान अपने खेल पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहता था।”

श्रीकांत ने कहा, “मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं था और मैं सिर्फ इस बड़े मैच में लिन का सामना करने का लुत्फ उठाना चाहता था। मैंने बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की..।” मलेशिया के ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता राशिद सिदेक जैसे धुरंधर खिलाड़ियों ने 21 वर्षीय श्रीकांत को बेहतरीन खिलाड़ी बताया। श्रीकांत अपने करियर में अब तक विश्व के कई शीर्ष खिलाड़ियों को हरा चुके हैं, लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता को लेकर हमेशा से चिंता जताई जाती रही है।

16वीं विश्व वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने कहा, “इससे पहले कई बार मैं मैचपॉइंट तक पहुंचकर हार चुका हूं। इसलिए इस बार मेरे प्रशिक्षकों ने मुझे सहज बने रहने और धैर्य से काम लेने के लिए कहा और सिर्फ एक अंक हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। जीतने के बाद मैं बेहद उत्साहित था।” मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन श्रीकांत को देश के अगले बैडमिंटन स्टार के रूप में देखा जाने लगा है और खुद से हो रही इन अपेक्षाओं को वह दबाव की तरह नहीं देखते।

खेल-कूद

ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास

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सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के लेने की घोषणा की है। वह पाकिस्तान के खिलाफ आगामी टी-20 श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के कोच के रूप में नजर आएंगे। वेड ने कहा कि मुझे पता था कि टी-20 विश्वकप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मेरा समय समाप्त होने वाला है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास और कोचिंग की भूमिका के संबंध में पिछले छह महीनों से मेरी जॉर्ज (बेली) और एंडर्यू (मक्डॉनल्ड) से चर्चा हो रही थी। पिछले कुछ वर्षों से मैं कोचिंग के बारे में सोच रहा था और मैं इस नई भूमिका के लिए काफी उत्सुक और आभारी भी हूं।

वेड ने इससे पहले मार्च में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। जून में हुए टी-20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे और इसके बाद सितंबर में इंग्लैंड दौरे पर वेड को ऑस्ट्रेलिया की टीम में जगह नहीं मिली। वेड बीबीएल और अन्य फ्रैंचाइजी टी-20 टूर्नामेंट खेलते रहेंगे। वह बीबीएल में होबार्ट हरिकेंस का हिस्सा हैं। वह पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 श्रृंखला में आंद्रे बोरोवेक की अगवाई वाले कोचिंग दल का हिस्सा होंगे।

अनौपचारिक रूप से वह एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान भी ऑस्ट्रेलिया के कोचिंग दल से जुड़े रहेंगे। वहीं एंडर्यू मक्डॉनल्ड की अगुवाई वाला कोचिंग दल भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला की तैयारी करेगा। वेड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 2011 से 2024 के बीच कुल 36 टेस्ट, 97 एकदिवसीय और 92 टी-20 मैच खेले। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ऑस्ट्रेलिया की टी-20 विश्वकप जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। सेमीफाइनल में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 17 गेंदों पर 41 रन बनाए थे।

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