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खेल-कूद

विकेट की भूख स्टेन को दूसरों से अलग करती है : डोनाल्ड

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मीरपुर (ढाका)। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज और मौजूदा गेंदबाजी कोच एलन डोनाल्ड ने डेल स्टेन को ‘महानतम गेंदबाजों’ की सूची में रखा है और कहा है कि लगातार विकेट लेने की भूख स्टेन को दूसरों से अलग करती है। स्टेन ने गुरुवार को यहां बांग्लादेश के साथ जारी दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अपने करियर का 400वां विकेट हासिल किया। इस मुकाम पर पहुंचने वाले वह दक्षिण अफ्रीका के दूसरे गेंदबाज हैं। स्टेन ने 80 मैचों में 400 विकेट लेकर न्यूजीलैंड के सर रिचर्ड हेडली की बराबरी की।

डोनाल्ड ने स्टेन की इस सफलता पर कहा, “स्टेन सर्वकालिक महान गेंदबाजों में से एक हैं। वह प्रतिस्पर्धा में थोड़े अलग दिखते हैं क्योंकि उनके अंदर विकेट लेने के भूख कभी समाप्त नहीं होती। वह सुबह होते ही अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित करते हैं। उनकी कोशिश अपनी बदौलत टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाने की होती है।” दूसरी ओर, स्टेन ने कहा है कि वह अब अपने मनोवांक्षित लक्ष्य से 100 विकेट दूर रह गए हैं। स्टेन ने एक बार कहा था कि उनका लक्ष्य 500 टेस्ट विकेट हासिल करना है।

बकौल स्टेन, “मैं 500 विकेट हासिल करने की उम्मीद करता हूं। यही लक्ष्य मैंने अपने लिए निर्धारित किया है।” स्टेन ने सबसे तेजी से 400 टेस्ट विकेट हासिल करने के क्रम में हेडली की बराबरी कर ली है। वैसे सबसे तेजी से 400 विकेटों का आंकड़ा पार करने का रिकार्ड श्रीलंका के महान स्पिनर और टेस्ट मैचों में सबसे अधिक 800 विकेट हासिल करने वाले मुथैया मुरलीधरन के नाम है। मुरली ने यह कारनामा 72 मैचों में ही कर दिखाया था। भारत की ओर से अनिल कुम्बले ने 85 मैचों में 400 विकेट लिए थे। इसके अलावा हरभजन सिंह ने 96 मैचों में 400 विकेट हासिल किए हैं। कुम्बले सबसे तेजी से 400 विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में चौथे क्रम पर हैं।

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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