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विश्व कप : आस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को दिया 418 रनों का विशाल लक्ष्य

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पर्थ | सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर (178) के शानदार शतक की बदौलत आस्ट्रेलिया ने वाका मैदान पर बुधवार को जारी आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-ए मुकाबले में अफगानिस्तान के सामने 418 रनों का लक्ष्य रखा है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट पर 417 रन बनाए। यह विश्व कप का अब तक का सर्वोच्च योग है। इससे पहले आस्ट्रेलिया का सर्वोच्च योग छह विकेट पर 377 रन था, जो उसने 24 मार्च 2007 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।

साथ ही आस्ट्रेलिया ने विश्व कप इतिहास की किसी एक पारी में 413 रनों के भारत के रिकार्ड को ध्वस्त किया। भारत ने 2007 विश्व कप में बरमुडा के खिलाफ यह स्कोर खड़ा किया था। आस्ट्रेलिया के लिए 133 गेदों का सामना कर 19 चौके और पांच छक्के लगाने वाले वार्नर के अलावा स्टीवन स्मिथ ने 98 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 95 रन बनाए। वार्नर ने आस्ट्रेलिया के लिए विश्व कप में सबसे बड़ी पारी खेली। वार्नर से पहले मैथ्यू हेडन ने 27 मार्च 2007 को वेस्टइंडीज के खिलाफ 158 रनों की पारी खेली थी। स्मिथ और वार्नर ने एरॉन फिंच (4) का विकेट 14 रन के कुल योग पर गिरने के बाद दूसरे विकेट के लिए 260 रन जोड़े। यह वनडे क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए आस्ट्रेलिया की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले रिकी पोंटिंग और शेन वॉटसन ने 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 252 रनों की साझेदारी की थी।

स्मिथ ने वार्नर के आउट होने के बाद ग्लेन मैक्सवेल (88) के साथ तीसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े। मैक्सवेल ने भी 39 गेदों की तूफानी पारी में छह चौके और सात छक्के लगाए। जेम्स फाल्कनर (7) कुछ खास न कर सके लेकिन मैक्सवेल के साथ चौथे विकेट की उनकी साझेदारी 43 रनों की रही। मिशेल मार्श (8) पारी की अंतिम गेंद पर आउट हुए जबकि ब्रैड हेडिन नौ गेंदों पर दो चौकों की मदद से 20 रनों पर नाबाद लौटे। अफगानिस्तान के लिए दौलत जादरान और शापूर जादरान ने दो-दो विकेट लिए। नवरोज मंगल और हामिद हसन को एक-एक सफलता मिली। आस्ट्रेलिया ने अब तक तीन मैच खेले हैं। पहले मैच में उसे इंग्लैंड के खिलाफ जीत मिली जबकि बांग्लादेश के साथ दूसरा मैच बारिश की भेंट चढ़ गया और उसे बांग्लादेश के साथ अंक बांटने पड़े। वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे मैच में आस्ट्रेलिया को एक विकेट से हार मिली।

अफगानिस्तान के लिहाज से यह मैच इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह विश्व की शीर्ष टीम के सामने उसी के मैदान पर खेल रहा है। टीम के खिलाड़ियों के लिए यह बड़ा अनुभव होगा। अफगानिस्तान वैसे इससे पहले एक बार आस्ट्रेलिया का सामना कर चुकी है। शारजाह में 2012 में हुए उस मुकाबले को कंगारू टीम ने 66 रनों से जीत हासिल की थी। अफगानिस्तान फिलहाल अंकतालिका में पांचवें पायदान पर है। उसने तीन मैच खेले हैं जिसमें दो में उसे हार का सामना करना पड़ा है। स्कॉटलैंड के खिलाफ हालांकि जीत हासिल कर पिछले ही हफ्ते अफगानिस्तान ने विश्व कप की अपनी पहली जीत हासिल की।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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