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विश्व कप फाइनल क्लार्क का अंतिम मैच, संन्यास की घोषणा की

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मेलबर्न | आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने शनिवार को यह घोषणा कर सबको चौंका दिया कि वह मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर रविवार को न्यूजीलैंड के साथ होने वाले आईसीसी विश्व कप-2015 के फाइनल मैच के बाद वह एकदिवसीय प्रारूप को अलविदा कह देंगे। क्लार्क ने मैच से पूर्व आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।

इससे पहले ठीक इसी तरह रिकी पोंटिंग ने भी विश्व कप-2011 के क्वार्टर फाइनल में भारत से मिली हार के बाद संन्यास की घोषणा की थी और क्लार्क कंगारू टीम के नए कप्तान चुने गए थे। क्लार्क ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कल आस्ट्रेलिया के लिए मेरा आखिरी एकदिवसीय मैच होगा। आस्ट्रेलिया के लिए खेलना मेरे लिए गर्व की बात है। मैं टीम के उन सभी खिलाड़ियों को धन्यवाद देता हूं, जिनके साथ मुझे खेलने का मौका मिला।” क्लार्क के अनुसार, “यह मेरे लिए सही मौका है। चार साल पहले मैं बेदह भाग्यशाली रहा था जब मुझे टीम की कप्तानी का मौका मिला और इस कारण मुझे इस विश्व कप की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिला।” फाइनल मुकाबला क्लार्क के करियर का 245वां मैच होगा। क्लार्क ने अपने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय करियर का सफर 2003 में एडिलेड में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया था और अब तक 44.42 की औसत से 7907 रन बना चुके हैं।

इसमें आठ शतक और 57 अर्धशतक शामिल हैं। विश्व कप फाइनल के बारे में क्लार्क ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह मैच बेहद खास होगा, लेकिन यह मेरे लिहाज से नहीं बल्कि टीम के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण होगा। आप भावनाओं के बल पर नहीं बल्कि अच्छा प्रदर्शन कर मैच जीत सकते हैं और रविवार को भी सफलता की यही कुंजी होगी। यह मेरा आखिरी मैच है, इस लिहाज से मैं इसे महत्वपूर्ण नहीं मानता।” उल्लेखनीय है पिछले साल क्लार्क मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से बेहद प्रभावित रहे थे। क्लार्क ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि वह आस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में अहम भूमिका निभा सकें।

क्लार्क का एकदिवसीय प्रारूप छोड़ने का फैसला हैरान करने वाला है, क्योंकि इससे पहले उन्होंने इसके संकेत बिल्कुल नहीं दिए थे। क्लार्क ने सबसे पहले इस बारे में अपने परिवार से बात की और फिर मीडिया में घोषणा करने से कुछ मिनट पूर्व क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड, मुख्य चयनकर्ता रॉड मार्श, कोच डारेन लेहमन और टीम के साथी खिलाड़ियों को बताया। माना जा रहा है कि 33 वर्षीय क्लार्क के संन्यास लेने के बाद स्टीवन स्मिथ या जॉर्ज बेले को एकदिवसीय टीम की कमान सौंपी जा सकती है। क्लार्क के चोटिल होने के कारण बेले ने विश्व कप के पहले मैच में आस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व किया था।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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