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‘सदी का मुकाबला’ फ्लॉएड मेयवेदर के नाम

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लास वेगास (अमेरिका)। अमेरिका के फ्लॉएड मेयवेदर ने ‘शताब्दी की सबसे बड़ी फाइट’ जीत ली है। बॉक्सिंग के इस कांटे के मुकाबले में मेयवेदर ने फिलीपींस के मैनी पकयाऊ को हराया। मेयवेदर को 116 अंक मिले और पकयाऊ ने 112 अंक हासिल किए। तीनों जजों ने फ्लॉएड मेयवेदर को विजेता घोषित किया। इस जीत के साथ मेयवेदर की यह लगातार 48वीं रिकॉर्ड जीत है। मुकाबले के बाद मेयवेदर ने अपने प्रतिद्वंद्वी पकयाऊ की प्रशंसा करते हुए कहा, “वह बहुत अच्छे मुक्केबाज हैं। अब मुझे पता चला कि क्यों मुक्केबाजी की दुनिया में वह शीर्ष के खिलाड़ियों में शामिल हैं।”

जीत दर्ज करने वाले मेयवेदर को 1142 करोड़ रुपए की धनराशि जबकि पकयाऊ को 761 करोड़ रुपए दिए गए। मेयवेदर को 6.34 करोड़ रुपए की हीरों से जड़ी बेल्ट भी मिली। इस मुकाबले को देखने के लिए एक्टर्स, सिंगर्स और रसूखदारों में होड़ नजर आई। मैच पर 20 हजार करोड़ का सट्टा भी लगा था।

मैच के शुरुआती दो राउंड्स में मेयवेदर आगे रहे। इसके बाद पकयाऊ ने वापसी करते हुए अगले दो राउंड्स जीत लिए लेकिन फिर मेयवेदर ने वापसी करते हुए यह महामुकाबला जीत लिया।

मेयवेदर ने इस मैच को जीतने के साथ ही यह घोषणा भी कर दी कि अगला मैच उनके करियर का आखिरी मैच होगा। मेवेदर ने कहा, “सितंबर में मैं अपने करियर का आखिरी मैच खेलूंगा। मैं 49-0 के साथ संन्यास लूंगा।” उन्होंने कहा कि मुझे अपना अगला मैच सितंबर में खेलना है। मैं अब करीब 40 साल का हो चुका हूं और मुक्केबाजी की दुनिया में 19 साल से हूं और लगातार 18 साल से चैम्पियन हूं। अब मेरे संन्यास लेने का समय आ गया है।

दूसरी ओर पकयाऊ के अनुसार, “यह अच्छी लड़ाई रही। मुझे एक समय लग रहा था कि मैं मैच जीत चुका हूं। मेवेदर कोई प्रयास करते नहीं दिख रहे थे और मुझसे लगातार दूर जा रहे थे।”

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नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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