प्रादेशिक
शहीद दरोगा के परिवार का छलका दर्द,सीबीआई जांच की मांग की
लखनऊ। बरेली में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए दरोगा मनोज मिश्रा के परिजन सरकार की उपेक्षा से खासे नाराज़ है। शहीद दरोगा के परिवार ने सरकार पर खुद के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। मनोज के पिता श्याम मनोहर मिश्रा का कहना है की उनके साथ भेदभाव हो रहा है।एक तरफ तो मुख्यमंत्री लाखो रूपये बाँट रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ड्यूटी पर शहीद होने वालों के परिवार के लिए सांत्वना के दो शब्द बोलने का भी वक्त नहीं मिल रहा है।
ड्यूटी के लिए जान न्योछावर करने वाले मनोज मिश्रा अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़ गए है। जिनके पालन पोषण के लिए मनोज की पत्नी शशी खासी चिंतित है। शशी का कहना है की मनोज ही घर में बड़े थे और उनकी नौकरी से ही घर चलता था। अब उनके जाने के बाद घर कैसे चलेगा और बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा। यही नहीं शशी ने तो पति मनोज की मौत पर हुई लोकल जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने साफ़ कहा की लोकल जांच से वो संतुष्ट नहीं है। और वो इस मामले की सीबीआई जांच चाहती है। जिसके लिए राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया गया है।
जिस तरह से शहीद दरोगा मनोज मिश्रा के परिवार ने सरकार पर उपेक्षा और भेदभाव का आरोप लगाया है उसने सरकार और मुख्यमंत्री के उन दावों की पोल खोलकर रख दी है जिसमे कहा जाता है की सरकार सबकी है और सभी समुदायों को बराबर दर्जा दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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