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‘शांतिदूत’ पुरस्कार मिलना गर्व की बात : जावेद अख्तर

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मुंबई, 8 अप्रैल (आईएएनएस)| पटकथा लेखक, गीतकार और सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अख्तर ने वाराणसी के संकट मोचन मंदिर द्वारा दिए गए ‘शांतिदूत’ पुरस्कार प्राप्त कर उन्हें ट्रोल करने वालों को करारा जवाब दिया है।

उन्होंने कहा कि उन्हें इस पुरस्कार पर गर्व महसूस हो रहा है। यह पुरस्कार शांति के लिए काम करने वाले असाधारण लोगों को सम्मान स्वरूप दिया जाता है। जावेद अख्तर को शुक्रवार को यह पुरस्कार दिया गया।

अख्तर ने कहा, संकट मोचन मंदिर निस्संदेह देश का सबसे पूजनीय हनुमान मंदिर है। सप्ताह भर चलने वाला संगीत समारोह उनकी 95 साल पुरानी परंपरा है, लेकिन यह पहली बार है जब मंदिर प्रबंधन ने शांतिदूत पुरस्कार देने का फैसला किया।

उन्होंने कहा, मैं गौरवान्वित हूं कि उन्होंने मुझे यह सम्मान दिया है। 6 अप्रैल की रात को मुझे मंदिर में यह पुरस्कार मिला। मैंने खुद को बहुत सम्मानित महसूस किया।

अख्तर के अनुसार, यह हमारा असली भारत है, यहां सभी धर्मो को मानने वाले साथ रहते हैं और जो लोग सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करते हैं, उनको शांति चाहने वाले लोग इसका प्रभावी ढंग से जवाब देते हैं। भारत को दुनिया में लोग सभी धर्मो का आदर करने वाले देश के रूप में जानते हैं। कुछ लोग सियासी फायदे के लिए भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को नुकसान पहुंचाने में लगे हैं। जो लोग ऐसा करते हैं, उन्हें दुनिया फिरकापरस्त कहती है।

वहीं, जावेद अख्तर की पत्नी शबाना आजमी ने कहा, मुझे लगता है कि यह शांतिदूत पुरस्कार देश के सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक द्वारा दिया गया है, जो जावेद को ट्रोल करने वालों के लिए माकूल जवाब है।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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