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बिजनेस

शेयर बाजार : आर्थिक आंकड़ों, तिमाही नतीजों पर रहेगी नजर

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शेयर बाजार : आर्थिक आंकड़ों, तिमाही नतीजों पर रहेगी नजर

मुंबई | देश के शेयर बाजार में अगले सप्ताह प्रमुख आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल और कच्चे तेल की कीमत पर निवेशकों की नजर रहेगी। आगामी सप्ताह घरेलू कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे भी जारी किए जाएंगे।

इस सप्ताह इंडसइंड बैंक, टीसीएस और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे जारी किए जाएंगे। इंडसइंड बैंक के नतीजे 10 जनवरी यानी मंगलवार को, टीसीएस के नतीजे 12 जनवरी यानी गुरुवार को और इन्फोसिस के नतीजे 13 जनवरी यानी शुक्रवार को जारी किए जाएंगे।

जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जा चुके हैं, जिसका असर सोमवार को बाजार खुलने के बाद दिखाई देगा।

आमतौर पर जीडीपी आंकड़े फरवरी के प्रथम सप्ताह में जारी किए जाते हैं, लेकिन इस बार केंद्रीय बजट 2017 जल्द पेश किए जाने की वजह से जीडीपी के आंकड़े भी जल्दी जारी किए गए हैं।

अगले सप्ताह निवेशकों की नजर आईआईपी आंकड़ों पर भी रहेगी।

इस दौरान नवंबर माह के औद्योगिक उत्पाद (आईआईपी) आंकड़े जारी किए जाएंगे। सरकार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर के आंकड़े भी जारी करेगी। हालांकि ये आंकड़े 12 जनवरी यानी गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद जारी किए जाएंगे, जिसका बाजार पर असर अगले दिन यानी शुक्रवार को बाजार खुलने के बाद ही दिखाई देगा।

वैश्विक मोर्चे की बात करें तो अमेरिका के दिसंबर माह के नॉन-फार्म पेरोल आंकड़ों के नतीजों का भारतीय सहित एशियाई शेयर बाजारों पर असर देखने को मिलेगा।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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