Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

सजा पूरी होने पर भी भारतीय जेल में फंसे हैं 5 पाकिस्तानी

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 4 फरवरी (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी की जेल में कैद पांच पाकिस्तानी नागरिकों की किस्मत पाकिस्तान द्वारा उन्हें अपने नागरिक के रूप में अस्वीकार किए जाने के बाद अधर में पड़ गई है।

उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी नागिरक अलग-अलग समय पर गिरफ्तार किए गए और उनपर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत आरोप लगाए गए। वे अपने देश वापस जाने के इच्छुक हैं, ताकि सामान्य जिंदगी बिता सकें, लेकिन पाकिस्तान ने अपनी भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों और दुनिया से अपने एजेंडे को छुपाने के मकसद से उन्हें अपना नागरिक मानने से मना कर दिया है।

सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पांच पाकिस्तानी संदिग्ध पिछले एक से लेकर पांच साल से स्वदेश भेजे जाने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि उनके परिवार के सदस्यों ने इस बात को मान लिया है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं।

दिल्ली पुलिस का विभाग, विदेशी नागरिक क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) भी इन पांच लोगों को पाकिस्तान भेजे जाने का इंतजार कर रहा है, जिन्हें 2007 से 2015 के बीच भारत में कथित जासूसी में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

ये सभी अपनी जेल की सजा बाहरी दिल्ली के नरेला स्थित लामपुर जेल में पूरी चुके हैं।

सूत्र ने आईएएनएस को बताया, एफआरआरओ के अधिकारियों ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग से कई बार संपर्क किया और बहुत से पत्र भेजे, जिनमें उनके नागरिकता के सबूत शामिल थे, लेकिन उन्होंने हर बार मानने से मना कर दिया। उच्चायोग ने उनकी पहचान की पुष्टि नहीं की, जिसके परिणाम स्वरूप इन पाकिस्तानी नागरिकों के पास जेल में रहने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है।

आईएएनएस ने उनके नाम, पते और आरोपों की जानकारी जुटाई और यह पता करने की कोशिश की कि वे सभी किन आरोपों में भारत की जेल में कैद हैं। उनमें से तीन कराची से ताल्लुक रखते हैं, जबकि दो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहने वाले हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, ये संदिग्ध जासूस थे, जो भारत में अपनी साजिश को अंजाम देने आए थे। ये सभी जासूस पाकिस्तान के आतंकी शिविरों में प्रशिक्षित हुए थे। इन्हें आईएसआई ने भारत के खिलाफ गुप्तचर कार्यों के लिए तैयार किया था।

अधिकारी ने कहा, उनकी पहचान, पाकिस्तान के पंजाब निवासी मोहम्मद हसन के रूप में हुई, जिसे आठ अक्टूबर, 2012 को दिल्ली पुलिस के विशेष दस्ते ने गिरफ्तार किया था। लाहौर निवासी मोहम्मद कामिर, जिसे उत्तर प्रदेश के मेरठ में दिल्ली गेट से गिरफ्तार किया गया था। अब्दुल जफर, जिसे आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत 2009 में, मोहम्मद हनीम, जिसे 2012 में और मोहम्मद इद्रिस, जिसे उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारी ने कहा, हम उन्हें जेल से रिहा करना चाहते हैं और उन्हें पाकिस्तान भेजना चाहते हैं, क्योंकि वे अपनी जेल की सजा पूरी कर चुके हैं। लेकिन हम उन्हें भारत में नहीं छोड़ना चाहते, जिसमें खतरा है और यह प्रोटोकोल के खिलाफ है। साथ ही हम इंतजार कर रहे हैं कि पाकिस्तानी उच्चायोग उन्हें अपना नागरिक स्वीकार कर ले। वे सभी भगवान से किसी चमत्कार की प्रार्थना कर रहे हैं और जल्द से जल्द अपने परिवार के सदस्यों से मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

Continue Reading

नेशनल

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर श्रद्धा वॉकर का हत्यारा आफताब पूनावाला

Published

on

Loading

नई दिल्ली । लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, मीडिया में चल रही खबरों का संज्ञान लेते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन, आफताब पूनावाला की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है क्योंकि उसे लॉरेंश बिश्नोई गैंग से खतरे की बात सामने आई है. तिहाड़ जेल के अंदर जेल नंबर 4 में आफताब पूनावाला को रखा गया है. आफताब, श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड का आरोपी है. दिल्ली के छतरपुर इलाके में आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके शरीर को कई टुकड़ों में बांट दिया था.

तिहाड़ जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन प्रशासन ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, आफताब पूनावाला लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों के निशाने पर है.

क्या है मामला ?

पुलिस की जांच में सामने आया था कि 18 मई 2022 की शाम करीब 6:30 से 7:00 बजे के बीच श्रद्धा विकास वॉल्कर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आरोपी आफताब और पीड़िता के बीच रिलेशनशिप की टाइम लाइन अहम रही. मई 2019 से मार्च 2022 के दौरान मुंबई में आरोपी और पीड़िता की मुलाकात हुई और प्रेम संबंध बन गए थे. दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे और खुद को शादीशुदा जोड़े के तौर पर दिखाते थे. उन्होंने 3 जगहों पर एक के बाद एक किराए का मकान लिया था, जहां वे रहते थे. दोनों 2 जगहों पर साथ काम कर चुके थे.

Continue Reading

Trending