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‘सना से विमान के जरिए भारतीयों की निकासी संभव’

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नई दिल्ली, आईएनएस सुमित्रा, होदीदाह बंदरगाह, रक्षा मंत्रालय, यमन, सैयद अकबरुद्दीन, विदेश मंत्रालय

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नई दिल्ली| संकटग्रस्त यमन से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने को लेकर सरकार ने शुक्रवार को कहा कि यमन की राजधानी सना से हवाई मार्ग के जरिए भारतीयों को निकालने का एक अभियान शुरू किया जा सकता है। यमन के बंदरगाह अल होदीदाह से 306 भारतीयों को लेकर भारतीय नौसेना का एक जहाज जिबूती के लिए रवाना हो गया है, जहां से विमान द्वारा उन्हें स्वदेश लाया जाएगा।  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट के जरिए कहा है कि संकटग्रस्त यमन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सरकार हर मोर्चे पर काम कर रही है।

उन्होंने ट्वीट में कहा, “हर मोर्चे पर काम चल रहा है। यमन से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हम हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।” अकबरुद्दीन ने कहा कि 35 भारतीय सीमा पार कर यमन से सऊदी अरब के गिजान शहर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय के अधिकारी स्वदेश लौटने में उनकी सहायता कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा, तो हम सना से विमान द्वारा लोगों को बाहर निकालने का अभियान शुरू करेंगे।” भारत सरकार यमन से अब तक 700 से अधिक भारतीयों को निकालने में सफल रही है, जबकि 350 नागरिक स्वदेश पहुंच चुके हैं।

प्रवक्ता ने कहा, “लगभग 2,000-2,500 भारतीय नागरिक स्वदेश लौटने को इच्छुक हैं और हमें आशा है कि हम उन्हें निकालने के प्रयासों में तेजी लाएंगे।” उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात 306 भारतीयों को सुरक्षित यमन के बंदरगाह अल होदीदाह से नौसेना के जहाज आईएनएस सुमित्रा से जिबूती पहुंचाया गया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीतांशु कर ने ट्वीट किया कि भारतीय वायुसेना का एक और ग्लोबमास्टर सी-17 परिवहन विमान भारत के जामनगर से जिबूती पहुंच रहा है।

आईएनएस सुमित्रा के शुक्रवार दोपहर जिबूती पहुंचने की उम्मीद है, जिसके बाद भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया जाएगा। अल होदीदाह बंदरगाह से निकलने वाले कुल 306 भारतीयों में 251 पुरुष, 38 महिलाएं व 17 बच्चे शामिल हैं।  यमन से 358 भारतीयों को लेकर दो विमान गुरुवार तड़के भारत पहुंचे, जिनमें से एक कोच्चि जबकि दूसरा मुंबई में उतरा।

नेशनल

चेन्नई: इंडियन एयरफोर्स के एयर शो को देखने के लिए पहुंची लाखों की भीड़, गर्मी से पांच की मौत

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चेन्नई। इंडियन एयरफोर्स की 92वें वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एयर शो का में 5 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि दम घुटने से सभी की मौत हुई है. वहीं, 230 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यातायात में अव्यवस्था के कारण शहर के कई जगहों पर इस तरह की घटनाए देखने को मिली. एयर शो देखने के लिए जमा हुए हजारों लोगों को कार्यक्रम के बाद घर लौटने में कई तरह परेशानियों को सामना करना पड़ा.

बताया जा रहा है कि उमस भरी गर्मी के कारण लोगों की हालत खराब हो गई. निकटवर्ती लाइटहाउस मेट्रो स्टेशन और वेलाचेरी में चेन्नई एमआरटीएस रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों लोग एकत्र हो गए और कई लोगों को प्लेटफॉर्म पर खड़ा होना भी मुश्किल हो गया था. इसके बावजूद कई लोगों ने खतरा उठाकर यात्रा की और कई लोगों की ट्रेन छूट गई. वहीं, एयर शो स्थल के नजदीक अन्ना स्क्वायर पर बस स्टॉप पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र थी.

एआईएडीएमके नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने ट्वीट किया

“भारतीय वायु सेना के 92वें उद्घाटन दिवस के अवसर पर, जो भारतीय रक्षा विभाग के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है, वायु सेना की ताकत का जश्न मनाने के लिए आज चेन्नई में एक हवाई साहसिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अधिसूचना के अनुसार इसके लिए पहले से ही प्रकाशित किया गया था, यह जानते हुए कि लाखों लोग घूमने आएंगे, तमिलनाडु सरकार ने बताया कि परिवहन और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है, हालांकि, आज के कार्यक्रम में प्रशासनिक व्यवस्था और भीड़ और यातायात का प्रबंधन ठीक से नहीं किया गया पुलिस बल भी नियंत्रण के लिए अपर्याप्त है। खबर चौंकाने वाली है कि लोग भारी यातायात में फंसे हुए हैं, पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं है, और लू के कारण कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। मैं कड़ी निंदा करता हूं। इतने महत्वपूर्ण आयोजन में भी ठीक से समन्वय करने में विफल रहने के लिए द्रमुक सरकार। वायु सेना के अंत का जश्न मनाने के लिए भारत के विभिन्न शहरों में अब तक कार्यक्रम अच्छे चल रहे हैं, लेकिन आज तमिलनाडु में हुई घटना में जानमाल की हानि बहुत दुखद है। इस आयोजन के लिए उचित सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए एम के स्टालिन सरकार की मैं कड़ी निंदा करता हूं।”

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