Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

फ्रांस के 10 में से 8 मतदाता नहीं चाहते सरकोजी राष्ट्रपति बनें

Published

on

सरकोजी

Loading

 सरकोजीपेरिस| फ्रांस के टीवी चैनल बीएफएम टीवी के लिए कराए गए एक सर्वेक्षण से खुलासा हुआ है कि देश के 10 में से आठ नागरिक 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी की वापसी के पक्ष में नहीं हैं। इस सर्वेक्षण को एलेब इंस्टीट्यूट ने किया है, जिसके नतीजे मंगलवार रात जारी किए गए।

समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में सरकोजी के चुनाव लड़ने की इच्छा जताने के एक दिन बाद ही ये आंकड़े जारी किए गए।

सर्वेक्षण में शामिल 1,000 प्रतिवादियों में से 79 प्रतिशत का कहना है कि वे फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में सरकोजी के चुनाव लड़ने का समर्थन नहीं करते।

सरकोजी ने अपनी किताब एवरिथिंग फॉर फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की मंशा जताई है।

सरकोजी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पृष्ठ पर कहा कि उनके पास इस मुश्किल घड़ी में देश का नेतृत्व करने का साहस है।

फ्रांस में 23 अप्रैल, 2017 को पहले दौर का राष्ट्रपति चुनाव होगा, जबकि दूसरे दौर का चुनाव सात मई, 2017 को होगा।

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

Published

on

Loading

बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

Continue Reading

Trending