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सलमान अकेले नहीं, कई अन्य हस्तियां भी कर चुके कानून का सामना
मुंबई, 7 अप्रैल (आईएएनएस)| राजस्थान काले हिरण शिकार मामले में पांच साल की सजा पाए बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को जमानत मिल गई। सलमान उन चर्चित फिल्म हस्तियों की सूची में शामिल हैं जिनके साथ कानून का चोली दामन जैसा साथ रहा है। इन हस्तियों ने बीते सालों में कई सुर्खियां बटोरी हैं। अपने असाधारण दर्जे और फिल्म जगत में अपने ऊपर निवेश के कारण 52 वर्षीय सलमान का इस सूची में अव्वल स्थान है। सलमान का कानून, पुलिस और अदालत से गहरा नाता जुड़ा है।
बीते एक दशक में दूसरी बार वह अदालत और हवालात के अंदर बाहर हुए हैं। इससे पहले 28 सितंबर 2002 में अपनी टोयोटा एसयूवी से हुए सड़क हादसे में उन्हें अदालत का चक्कर लगाना पड़ा था। पॉश बांद्रा में एक बेकरी के पास हुए सड़क हादसे में उनकी गाड़ी ने फुटपाथ पर सोए व्यक्ति को कुचल दिया था।
मामले की सुनवाई के बाद उन्हें पांच साल कैद की सजा सुनाई गई थी लेकिन दिसंबर 2015 में अपील के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। अब महाराष्ट्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में उनके रिहा होने को चुनौती दी है।
इसी सूची में ठीक अगला नाम है संजय दत्त का। संजय पहली बड़ी हस्ती थे जिन्हें दोषी करार दिया गया था और उन्होंने जेल में अपनी सजा पूरी की थी।
इनके बाद नाम आता है फरदीन खान का जिन्हें मई 2001 में दलाल से कोकीन खरीदने के आरोप में जुहू से गिरफ्तार किया गया था। वह दिवगंत फिरोज खान के बेटे हैं। उन्हें एक विशेष एनडीपीएस न्यायालय के समक्ष पेश किया गया लेकिन एक दशक से अधिक समय बाद उन्हें सशर्त रिहा कर दिया गया।
वहीं अभिनेत्री मोनिका बेदी ने सितंबर 2002 में उस वक्त सुर्खिया बटोरी थी जब उन्हें पुर्तगाली अधिकारियों ने नकली दस्तावेजों के साथ देश में प्रवेश करते वक्त माफिया डॉन अबू सलेम के साथ पकड़ लिया था।
बॉलीवुड को जून 2009 में उस वक्त तगड़ा झटका लगा था, जब अभिनेता शाइनी आहुजा को उनकी नौकरानी के साथ दुष्कर्म के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
पीड़िता को हालांकि बाद में दुश्मन घोषित कर दिया गया था, लेकिन आहुजा के खिलाफ मामला जारी रहा। उन्हें सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी जिसके खिलाफ उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय में अपील की थी। वह वर्तमान में जमानत पर बाहर हैं।
बॉलीवुड के छोटे नवाब सैफ अली खान उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब फरवरी 2012 में एक पांच सितारा होटल में उन्होंने एनआरआई व्यापारी इकबाल मीर शर्मा के साथ झगड़ा किया था। सैफ को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था बाद में उन्हें जमानत मिल गई और मामला मध्यस्थता अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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