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प्रादेशिक

सीएम योगी का बड़ा ऐलान, इनवेस्टकमेंट बढ़ाने के लिए अब सिंगल विंडो सिस्टडम

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लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश के लिए वातावरण तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एकल खिड़की (सिंगल विंडो) की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “निवेशकर्ताओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को तेजी से सुधारने का काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि उद्यमियों की कानून-व्यवस्था से संबंधित समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए।”

मुख्यमंत्री ने यह बातें सोमवार को यहां शास्त्री भवन में सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रेसीडेंट एवं सीईओ ह्यून चिल हांग के नेतृत्व में आए उनकी कंपनी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग को निर्देशित किया कि नई औद्योगिक नीति का ड्राफ्ट शीघ्र प्रस्तुत किया जाए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निवेश अनुकूल नीतियों को लागू करेगी, जिससे प्रदेश के नौजवानों को अधिक से अधिक रोजगार का अवसर प्राप्त हो सके। उन्होंने नोएडा सहित सभी औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए हैं।

योगी ने कहा, “प्रदेश के नौजवानों को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध करा उनका पलायन रोकने के लिए गंभीरता से प्रयास किया जाएगा। यह तभी संभव है, जब प्रदेश में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए बेहतर माहौल बनाया जाए। साथ ही, उद्यमियों को कुशल कामगार उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण पर भी बल दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि इस कार्य में राष्ट्रीय कौशल विकास परियोजना की भी मदद ली जाएगी।

सैमसंग के प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। महाना ने कंपनी की समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन देते हुए भरोसा जताया कि नई सरकार के प्रयासों से प्रदेश में भारी निवेश होगा।

हांग ने सैमसंग कंपनी की तरफ से प्रदेश में निवेश की इच्छा जताते हुए कहा कि उनका प्रतिष्ठान राज्य के विकास में हर संभव मदद देने को तैयार है। उनकी कंपनी द्वारा प्रदेश में मोबाइल फोन व रेफ्रीजरेटर का उत्पादन किया जा रहा है। वर्ष 2020 तक सैमसंग द्वारा उत्तर प्रदेश में लगभग 10,000 रोजगार सृजित करने की बात भी कही गई।

इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, राज्यमंत्री सुरेश राणा, मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास रमारमण, सैमसंग के उपाध्यक्ष दीपक भारद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सैंग जेई ली एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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