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खेल-कूद

स्मिथ नाबाद लौटे, आस्ट्रेलिया के पहली पारी में 451 रन

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भारत-आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज, कप्तान स्टीवन स्मिथ की शतकीय पारी, सात विकेट खोकर 401 रन

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भारत- आस्ट्रेलिया टेस्‍ट सीरीज

रांची| भारतीय क्रिकेट टीम ने आस्ट्रेलिया की पहली पारी 451 रनों पर समाप्त करने के बाद झारखंड क्रिकेट संघ स्टेडियम में जारी तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी में चायकाल तक बिना कोई विकेट खोए 20 रन बना लिए हैं। भारत के लिए लोकेश राहुल 18 और मुरली विजय 2 रन बनाकर नाबाद हैं।

भारत-आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज, कप्तान स्टीवन स्मिथ की शतकीय पारी, सात विकेट खोकर 401 रन

Glenn Maxwell hugs Steven Smith

इससे पहले, गुरुवार को पहले दिन आस्ट्रेलिया ने स्मिथ और मैक्सवेल की संयम और सूझबूझ भरी पारी के दम पर शानदार वापसी की थी। आस्ट्रेलिया ने अपने चार विकेट 140 रनों पर ही गिरा दिए थे।

इसके बाद स्मिथ और टेस्ट टीम में वापसी कर रहे मैक्सवेल ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और दिन का अंत चार विकेट पर 299 के स्कोर पर किया।

यह भी पढ़ें- रांची टेस्ट : स्मिथ, मैक्सवेल ने आस्ट्रेलिया को किया मजबूत

मेहमान टीम ने शुक्रवार को दिन के पहले सत्र में ग्लैन मैक्सवेल (104) के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया। स्टीव स्मिथ (178) और मैक्सवेल ने पांचवें विकेट के लिए 191 रनों का साझेदारी निभाई।

मैक्सवेल के जाने के बाद मैथ्यू वेड (37) ने कप्तान का अच्छा साथ दिया। उनकी स्मिथ के साथ हुई साझेदारी को देखकर लग रहा था कि भोजनकाल तक मेहमान कोई और विकेट नहीं गिरने देंगे, लेकिन रवींद्र जडेजा ने पहला सत्र खत्म होने के कुछ देर पहले वेड और पैट कमिंस के विकेट एक ही ओवर में लेकर आस्ट्रेलिया को थोड़ा परेशान किया।

दूसरे दिन खेलने उतरी मेहमान टीम मेजबानों पर हावी रही। स्मिथ और मैक्सवेल ने आसानी से भारतीय गेंदबाजों का सामना किया। उमेश यादव द्वारा 99वें ओवर की आखिरी गेंद पर चौका मार मैक्सेवल ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ा।

शतक पूरा करने के बाद मैक्सवेल ज्यादा देर विकेट पर रूक नहीं सके और रवींद्र जडेजा ने उन्हें विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया। उन्होंने 185 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और दो छक्के लगाए।

स्मिथ और मैक्सवेल के बीच हुई साझेदारी आस्ट्रेलिया की तरफ से भारत के खिलाफ भारत में पांचवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी भी है।

मैक्सेवल के बाद आए वेड ने कप्तान स्मिथ का अच्छा साथ दिया और 64 रन जोड़े। वेड भी जडेजा की फिरकी में फंस कर पवेलियन लौटे। जडेजा की खूबसूरत गेंद वेड के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर साहा के दस्तानों में जा समाई। वह 395 के स्कोर पर आउट हुए।

आस्ट्रेलिया के खाते में एक रन भी नहीं जुड़ा था कि जडेजा ने पैट कमिंस को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखाई।

भोजनकाल के बाद स्मिथ के साथ मिलकर स्टीव ओ कीफ (25) ने आठवें विकेट के लिए 51 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम का स्कोर 446 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर उमेश यादव ने ओकीफ को करुण नायर के हाथों कैच आउट कर पवेलियन भेजा।

इसके बाद आए नाथन लॉयन (1) को जड़ेजा ने मैदान पर टिकने का मौका नहीं दिया और मुरली विजय के हाथों कैच आउट कर मेहमान टीम का नौंवा विकेट भी गिराया।

लॉयन के आउट होने के बाद जोश हाजलेवुड को जडेजा ने खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया और राहुल के साथ मिलकर उन्हें रन आउट करते हुए आस्ट्रेलिया टीम की पहली पारी 451 रनों पर समाप्त की। भारत की तरफ से जडेजा ने सबसे अधिक पांच विकेट लिए, वहीं यादव को तीन और रविचंद्रन अश्विन को एक विकेट मिला।

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खेल-कूद

HAPPY BIRTHDAY KING KOHLI : भारतीय क्रिकेट टीम के किंग विराट कोहली आज मना रहे है अपना 36वां जन्मदिन

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली का आज 36वां जन्मदिन हैं। एक साल से कोहली काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। हालिया न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इस रन मशीन को एक-एक रन के लिए जूझते हुए देखा गया। कोहली ने अब से ठीक एक साल पहले अपने 35वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड की बराबरी करने वाला 49वां वनडे शतक बनाया और उसके कुछ दिन बाद ही 50वां वनडे शतक जड़ महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ डाला।

कहां से मिली कोहली को असली पहचान?

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ. वह दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े. बताया जाता है कि सिर्फ 9 साल की उम्र में ही कोहली ने क्रिकेट को अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.

कोहली ने क्रिकेट में धीरे-धीरे कमाल करना शुरू किया. उन्होंने एज ग्रुप क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तरफ कदम बढ़ाया. 2006 में कोहली ने करियर का पहला फर्स्ट क्लास मैच दिल्ली के लिए खेला. इसी दौरान कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हुआ. पिता के निधन के बावजूद कोहली कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे मैच में बैटिंग करने के लिए गए और उन्होंने 90 रनों की पारी भी खेली. यहां से कोहली को कुछ पहचान मिली.

 

 

 

 

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