मुख्य समाचार
स्मृति ईरानी का हेलीकॉप्टर बंगाल के सुरी में उतरने में विफल
कोलकाता, 23 जनवरी (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के सुरी में एक जनसभा को संबोधित करने जा रहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी के हेलीकॉप्टर को दिन की रोशनी की कमी की वजह से उतारा नहीं जा सका, जिस वजह से वह जनसभा स्थल तक नहीं पहुंच सकी।
एक भाजपा नेता ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने इस घटना के पीछे राज्य सरकार की साजिश की आशंका बताई।
ईरानी को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के स्थान पर झारग्राम और सुरी में दो जनसभाओं को संबोधित करना था। शाह को खराब स्वास्थ्य की वजह से अपना दौरा बीच में छोड़ना पड़ा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ईरानी झारग्राम में रैली संबोधित करते के बाद अपने हेलीकॉप्टर से सुरी के लिए रवाना हो गईं, लेकिन पायलट ने यह कहकर हेलीकॉप्टर को उतारने से मना कर दिया कि जब वे वहां पहुंचेंगे तो पर्याप्त रोशनी नहीं होगी।
भाजपा ने दावा किया कि ईरानी सुरी में बंगाल सरकार के साजिश की वजह से देरी से पहुंचीं। राज्य सरकार ने पार्टी नेतृत्व को ईरानी के हेलीकॉप्टर को मिदनापुर जिले के कलाइकुंडा एयर फोर्स बेस पर उतारने की व्यवस्था करने के लिए कहा। यह बेस झारग्राम में उनकी जनसभा स्थल से 40 किमी की दूरी पर है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने आरोप लगाते हुए कहा, “यह बंगाल सरकार द्वारा की गई साजिश है..उन्होंने जनसभा स्थल के पास हेलीकॉप्टर उतारने की इजाजत नहीं दी और हमें कलाईकुंडा में हेलीकॉप्टर उतारने को कहा। इसका मतलब था, ईरानीजी को पश्चिम मिदनापुर में उतरना पड़ा और झारग्राम के लिए यात्रा करनी पड़ी जोकि बंगाल के जंगलमहल क्षेत्र का अंतिम क्षेत्र है।”
उन्होंने कहा, “इस साजिश की वजह से, उनके पास सुरी पहुंचने के लिए कम समय बचा था। ईरानी और पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वहां नहीं पहुंच सके और लोगों को संबोधित नहीं कर सके। लेकिन, भाजपा नेता निराश नहीं हैं। हमने इस साजिश के खिलाफ एकजुट होने का फैसला किया है। हमारे पार्टी के अधिकतर बड़े नेता यहां आएंगे।”
ईरानी गुरुवार को दक्षिण 24 परगना और हुगली जिले में दो और रैलियां करेंगी।
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS: चौथे दिन का खेल खत्म, टीम इंडिया ने 9 विकेट के नुकसान पर बनाए 252 रन
-
नेशनल2 days ago
मोहम्मद पैगंबर पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के बाद महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में भड़की हिंसा
-
नेशनल2 days ago
प्रियंका पर भड़के सीएम योगी, कहा- वे फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रहीं, हम यूपी वालों को इजराइल भेज रहे
-
नेशनल2 days ago
प्रसिद्ध पौधरोपणकर्ता और पद्म पुरस्कार विजेता तुलसी गौड़ा का 86 वर्ष की उम्र में निधन
-
मनोरंजन2 days ago
मशहूर सिंगर-रैपर बादशाह को रॉन्ग साइड गाड़ी चलाना पड़ा महंगा, जानें कितने हजार का कटा चालान
-
प्रादेशिक2 days ago
1 जनवरी से इंदौर में भिखारियों को भीख देने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज होगी FIR
-
मनोरंजन2 days ago
मुकेश खन्ना ने परवरिश पर उठाए सवाल तो भड़कीं सोनाक्षी सिन्हा, दिया करारा जवाब
-
प्रादेशिक2 days ago
खान सर की तबीयत खराब, अस्पताल में कराया गया भर्ती