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अन्तर्राष्ट्रीय

स-यूरोपीय संघ में व्यापार घटने से दोनों को नुकसान : पुतिन

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मॉस्को| रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार में गिरावट आने से दोनों की अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान होगा।

सोमवार को जारी रपट के अनुसार, उन्होंने कच्चे तेलों की कीमतों में कमी और प्रतिकूल वित्तीय हालात को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

पुतिन ने कहा है कि रूस और इसके यूरोपीय सहयोगियों के बीच व्यापार में आई मौजूदा गिरावट से किसी को कोई फायदा नहीं होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि व्यापार में गिरावट की वजह वैश्विक ईंधन की कीमत में गिरावट और प्रतिकूल वित्तीय हालात के कारण रूसी कंपनियों की संभावनाओं का सीमित होना है।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि एक तरफ जहां यूरोपीय संघ के साथ रूसी व्यापार में 4.3 फीसदी की गिरावट हुई है, वहीं अमेरिका के साथ यह गिरावट सात फीसदी है।

उन्होंने कहा कि हालांकि, एशिया प्रशांत देशों के साथ व्यापार में वृद्धि हुई है।

समाचार एजेंसी इंटरफैक्स के मुताबिक, उन्होंने कहा, “हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उसके बावजूद हम सभी कठिनाइयों से निकल कर विकास करेंगे।”

अन्तर्राष्ट्रीय

मक्का में भीषण गर्मी से अब तक 1300 से अधिक हज यात्रियों की मौत, 98 भारतीय भी शामिल

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नई दिल्ली। सऊदी अरब में भीषण गर्मी से मरने वाले हाजियों की संख्या 1300 के पार हो गई है। कई वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें सड़क पर हाजियों के शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। रविवार को सऊदी अरब ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि हज यात्रा के दौरान इस साल कम से कम 1301 लोगों की मौत हुई है। जिनमें गर्मी के कारण कई लोगों की जान गई। जबकि पांच में से चार लोगों की जान “अनधिकृत” यात्राओं के कारण हुईं. सऊदी अरब सरकार ने एक बयान में कहा कि, “इस साल गर्मी ने स्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावित किया, जिससे कई लोग परेशान हो गए। अफसोस की बात ये है कि इस दौरान 1,301 लोगों की मौत हो गई।

सरकारी टीवी अल अखबरिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि 95 तीर्थयात्रियों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जिनमें से कुछ को इलाज के लिए हवाई मार्ग से राजधानी रियाद लाया गया है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, उन्होंने कहा कि मृत तीर्थयात्रियों की पहचान प्रक्रिया में देरी हुई क्योंकि कई के पास कोई दस्तावेज नहीं थे। उन्होंने बताया कि मृतकों को मक्का में दफनाया गया, लेकिन इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। इस साल हज के दौरान 98 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। मृतकों में सबसे बड़ी संख्या मिस्र के तीर्थयात्रियों की है। मिस्र के 660 से अधिक नागरिकों की मौत हुई है। काहिरा में दो अधिकारियों ने बताया कि 31 को छोड़कर सभी गैर-पंजीकृत तीर्थयात्री थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कहा गया है कि मृतक लोगों में कई बुजुर्ग और लंबे समय से बीमार व्यक्ति शामिल हैं। इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों मौतों और चोटों के पीछे अत्यधिक गर्मी को मुख्य वजह बताया गया। बीते सोमवार को मक्का में तापमान 51.66 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि इस साल सऊदी अरब प्रशासन ने हज यात्रा के लिए दुनियाभर के 18 लाख लोगों को हज पर आने की इजाजत दी थी। इसमें हजारों ऐसे यात्री भी शामिल हुए जिन्हें हज के लिए लाइसेंस नहीं दिया गया था। जिसके चलते उन्हें हज यात्रियों जैसी सुविधाएं नहीं मिली। इसलिए वह खुले आसमान में रहने को मजबूर हो गए। साथ ही उन्हें अधिकृत रूप से हाजियों को ले जाने वाली बसों में भी यात्रा का लाभ नहीं जिसके चलते ये लोग गर्मी का शिकार हो गए और कई की इसमें जान चली गई।

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