मुख्य समाचार
हंगामे की वजह से राज्यसभा दिन भर के लिए स्थगित
नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)| राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। कार्यवाही गुरुवार को बार-बार स्थगित की गई और विरोध प्रदर्शन के बीच आखिर में सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
सदन स्थगन के बाद जब 2 बजे फिर बैठा तो अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके), तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), तृणमूल कांग्रेस व वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आसन के पास आ गए। इन सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर नारेबाजी की और तख्तियां दिखाईं।
टीडीपी व वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने ‘आंध्र प्रदेश के लिए न्याय’ की मांग की। अन्नाद्रमुक ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के लिए नारेबाजी की व तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने तख्तियों के साथ पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई बर्न स्टैंडर्ड कंपनी को घाटे की वजह से बंद करने के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उप सभापति पी.जे.कुरियन ने कहा कि वह भ्रष्टाचार रोकथाम (संशोधन) विधेयक पर मत विभाजन शुरू करेंगे, जो बुधवार को सदन के अव्यवस्थित होने की वजह से नहीं हो सका था।
कुरियन ने कहा, यदि कोई सदस्य मत विभाजन के लिए कहता है तो आसन को इसका पालन करना होता है। इसलिए मैंने कल (बुधवार) जहां छोड़ा था वहीं से शुरू करूंगा।
उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने के लिए कहा, जिससे कि मतदान की शुरुआत हो सके।
लेकिन, प्रदर्शन कर रहे सदस्य नहीं हटे और उन्होंने नारेबाजी जारी रखी।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने विरोध कर रहे सदस्यों से सदन को भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक व अन्य कानूनों को पारित करने देने को कहा। लेकिन, विरोध कर रहे सदस्यों ने उनकी बात को तरजीह नहीं दी।
इसके बाद कांग्रेस के सदस्य भी आसन के सामने एकत्र हो गए।
कुरियन ने कहा कि कुछ सदस्यों के खराब व्यवहार के कारण वह चर्चा कराने में असमर्थ हैं और उन्होंने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
इसके बाद सदन 2.26 बजे फिर बैठा लेकिन सदस्यों ने अपना प्रदर्शन फिर शुरू कर दिया।
कुरियन ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों को निलंबित करने की धमकी दी। उन्होंने कहा, मेरे पास दो विकल्प है। मैं या तो मत विभाजन शुरू करूं या सदन के मध्य में खड़े सभी सदस्यों को निकालने के लिए एक प्रस्ताव लाया जाए, जिससे आप सभी अपना मतदान का अधिकार खो देंगे।
उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि वह मतदान में भाग लें और यदि वे विधेयक का विरोध करते हैं तो इसे अपने वोट से अस्वीकार करें।
लेकिन नारेबाजी जारी रही, इस पर कुरियन ने कहा, क्या मुझे निलंबन प्रस्ताव पर बढ़ना चाहिए।
लेकिन, जब विरोध प्रदर्शन कर रहे सदस्य अपनी जगह से नहीं हटे तो कुरियन ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
मुख्य समाचार
महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
-
मनोरंजन3 days ago
मशहूर कॉमेडियन समय रैना का शो एक बार फिर विवादों में, सोशल मीडिया पर मच रहा बवाल
-
राजनीति3 days ago
प्रियंका गांधी के बैग को लेकर राजनीति तेज, बीजेपी ने साधा निशाना
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
बांग्लादेश आज मना रहा विजय दिवस, जानें क्यों मनाया जाता है ये दिन
-
नेशनल3 days ago
किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तबियत बिगड़ी, 20 दिनों से कर रहे हैं आमरण अनशन
-
खेल-कूद3 days ago
भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने तीसरे टेस्ट में झटके 6 विकेट
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर के कुएं से निकली माता पार्वती की खंडित मूर्ति
-
नेशनल3 days ago
अयोध्या को लेकर मौलाना अरशद मदनी ने दिया विवादित बयान, “आज अयोध्या कोई नहीं आता जाता”
-
प्रादेशिक3 days ago
सीएम मोहन यादव ने किया बड़ा एलान- ग्राम पंचायत खटखरी को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की