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हम अंडरडॉग्स, लेकिन टीम के अनुभव पर भरोसा : भूपति

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 कोलकाता, 23 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय टेनिस टीम को अगले महीने यहां डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप क्वालीफायर में इटली के खिलाफ कोर्ट पर उतरना है। टीम के नॉन प्लेइंग कप्तान महेश भूपति ने माना कि टीम अंडरडॉग है लेकिन उसके पास भी अनुभव है।

 भूपति ने साथ ही कहा कि ग्रास कोर्ट पर टीम के जीतने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

यहां बुधवार को कलकत्ता जिमखाना क्लब में पहले अभ्यास सत्र के बाद संवाददाता सम्मेलन में भूपति ने कहा, “किसी को भी हल्के में नहीं लिया जा सकता। हम बड़े अंडरडॉग्स हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे जीतने की भी अच्छी संभावना है।”

उन्होंने कहा, “मेरे लड़कों के पास अनुभव है इसलिए जब डेविस कप आता है तो रैंकिंग मायने नहीं रखती। आप जानते हैं कि यह सभी उच्च स्तर पर खेले हैं क्योंकि रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणनस्वेरन दोनों ग्रैंड स्लैम और टूर टूर्नामेंट्स में खेल चुके हैं।”

भूपति का मानना है कि इटली के खिलाड़ी हार्ड कोर्ट पर ज्यादा प्रभावी होते हैं इसलिए ग्रास कोर्ट पर उनको परेशानी आएगी।

भूपति ने भारत के नंबर-1 और वर्ल्ड नंबर-109 खिलाड़ी प्रजनेश की तारीफ की। साथ ही रामनाथन को भी खतरनाक खिलाड़ी बताया।

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि प्रजनेश ने पहली बार ग्रैंड स्लैम (आस्ट्रेलियन ओपन) के लिए क्वालीफाई किया था। इसलिए उनका आत्मविश्वास ऊंचा होगा। पिछला साल उनका शानदार रहा है।”

उन्होंने कहा, “आप जानते हैं कि इस तरह के कोर्ट पर राम भी काफी खतरनाक हो सकते हैं। हम सभी ने देखा था कि पिछले साल उन्होंने न्यूपोस्ट में क्या किया था। उन्होंने फाइनल में जगह बनाई थी हालांकि वह जीत नहीं सके थे। इसलिए हम सकारात्मक हैं।”

इटली के टीम में दो शीर्ष-50 में शामिल खिलाड़ी हैं। वह हालांकि अपने शीर्ष खिलाड़ी फाबियो फोगनिनि के बिना उतरेगी। उसकी टीम में वर्ल्ड नंबर-18 मार्को चेचोहिनाटो, वर्ल्ड नंबर-50 आंद्रे सेप्पी के अलावा माटेयो बेरेटिन (54), थॉमस फाबियानो (102) के अलावा युगल वर्ग में वर्ल्ड नंबर-88 सिमोने बोलेली हैं।

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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात

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महाकुम्भनगर|  महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

हर गतिविधि होगी कैप्चर

महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन

महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद

महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

ये है टीथर्ड ड्रोन

महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।

बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

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