प्रादेशिक
हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज को भूमि आवंटन रद्द
चेन्नई | तमिलनाडु सरकार ने हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज को इरोड जिले में उसके संयंत्र के लिए किए गए भूमि आवंटन को रद्द कर दिया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। उद्योग विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “भूमि आवंटन पर कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।”
इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव सीवी शंकर और तमिलनाडु राज्य उद्योग संवर्धन निगम लिमिटेड (एसआईपीसीओटी) के प्रबंध निदेशक आर सेल्वराज से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। स्थानीय लोग और किसान पेरुं दुरई में कोला संयंत्र के खिलाफ थे और मार्च में करीब 3,500 दुकानदारों ने इरोड जिले में विरोध प्रदर्शन करने के लिए अपनी दुकानें बंद की थी। कंपनी को पेरुं दुरई में एसआईपीसीओटी के औद्योगिक क्षेत्र में करीब 71 एकड़ भूखंड आवंटित किया गया था। पेरुं दुरई चेन्नई से करीब 445 किलोमीटर दूर है। लोग इसलिए संयंत्र का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि इससे जिले में भूमिगत जल का स्तर नीचे चला जाएगा। सत्ताधारी एआईएडीएमके को छोड़कर सभी राजनीतिक पार्टियों ने संयंत्र के विरोध में प्रदर्शन की घोषणा की थी। केरल के प्लाचिमाडा में भी कोका कोला का एक बॉटलिंग संयंत्र है और वहां के लोग भी संयंत्र का विरोध कर रहे हैं।
हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज संयंत्र की स्थापना पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च करना चाहती है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने यह कदम तब उठाया है, जबकि अगले ही महीने वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित होने वाला है। एआईएडीएमके सरकार ने पहले कहा था कि किसानों को प्रभावित करने वाली औद्योगिक परियोजनाओं को अनुमति नहीं दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।
दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।
-
आध्यात्म20 hours ago
क्यों बनता है गोवर्धन पूजा में अन्नकूट, जानें इसका महत्व
-
आध्यात्म3 days ago
दीपावली का त्यौहार आज, इन संदेशों से दे दिवाली की शुभकामनाएं
-
आध्यात्म3 days ago
दिवाली की शाम इन जगहों पर जरूर जलाया दीये, होगी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा
-
आध्यात्म3 days ago
दिवाली से पहले घर से इन चीज़ों को करें बाहर, वर्ना नहीं होगा मां लक्ष्मी का वास
-
आध्यात्म20 hours ago
आज है गोवर्धन पूजा, जानें पूजन विधि व शुभ मुहूर्त
-
मनोरंजन17 hours ago
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का जन्मदिन आज, जानिए उनके और गौरी के मजेदार किस्से के बारे में
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
दीपों से दिव्य और भावनाओं से भव्य अयोध्या ने बनाया नया रिकॉर्ड
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
दीपोत्सव के दीप केवल दीये नहीं, सनातन धर्म का विश्वास है : योगी आदित्यनाथ