मुख्य समाचार
हिमाचल : बिजली, जलापूर्ति और सड़कों को शीघ्र बहाल करने के निर्देश
शिमला, 23 जनवरी (आईएएनएस)| हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को यहां पिछले 48 घंटों से राज्य में हुई लगातार और भारी बर्फबारी से हुए नुकसान के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यो की समीक्षा की।
बैठक में यह बताया गया कि राज्य में बंद हुई कुल 690 सड़कों में से 200 सड़कें बुधवार को बहाल कर दी जाएंगी, जबकि 199 सड़कें 24 जनवरी तक तथा शेष 291 सड़कों को 24 जनवरी के बाद बहाल किया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग को हुए नुकसान का आकलन 51.92 करोड़ रुपये किया गया है, जो सड़कों के नुकसान और क्षति के अंतिम आकलन के बाद बढ़ सकता है। सड़कों की बहाली के लिए कुल 350 मशीनरी तैनात की गई है।
बैठक में यह बताया गया कि कुल 5058 प्रभावित डिस्ट्रब्यूसन ट्रांसफार्मर (डीटीआर) में से 2625 को बहाल कर दिया गया है और शेष 2483 डीटीआर को जल्द ही बहाल किया जाएगा।
राज्य मुख्यालय में प्राप्त सूचना के अनुसार कुल्लू खण्ड की लग घाटी के खलारानाला में आज एक बड़ा भूस्खलन हुआ है, जहां भूस्खलन की चपेट में दो वाहन दब गए तथा बचाव दलों ने घटनास्थल पर पहुंच कर इसे साफ कर दिया है।
उपायुक्त कुल्लू यूनुस ने खुद मौके का दौरा किया। कुल 6 लोगों को बचा लिया गया, जबकि 2 लोगों को मामूली चोटें आईं जिनका क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को बिजली, जलापूर्ति और सड़कों की शीघ्र बहाली के निर्देश दिए हैं ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और राज्य विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. श्रीकांत बाल्दी भी बैठक में उपस्थित थे तथा उन्होंने मुख्यमंत्री को विभिन्न क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में आई बाधा तथा इसकी जल्द बहाली के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व एवं लोक निर्माण मनीषा नंदा ने मुख्यमंत्री को लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड द्वारा किए जा रहे राहत कार्यो के अतिरिक्त विभिन्न जिलों में बर्फ की स्थिति से अवगत कराया।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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