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आध्यात्म

ASTROLOGY : 04 नवंबर 2020 को इन राशियों पर पड़ेगा सबसे अधिक प्रभाव

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वृषभ: वृष राशि के जातक भ्रमित रहेंगे। निर्णय करना मुश्किल होगा। व्यापार व्यवसाय की दृष्टि से लाभदायक दिन है। विदेश से संपर्क मुनाफा दिलाने वाले सिद्ध होंगे। उच्च अधिकारियों के साथ विवाद हो सकता है। आवेश में अनर्गल बातें बोलने से बचें। सामाजिक स्तर बढ़ाने के लिए दिखावे पर धन खर्च करेंगे।

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मिथुन: मिथुन राशि के जातकों के गुप्त शत्रु कामकाज में रुकावट डालने का प्रयत्न करेंगे परंतु आप अपने बुद्धि बल से मुश्किलों का हल खोजने में कामयाब रहेंगे। कार्यस्थल पर चोरी की आशंका बनती है अतः सतर्क रहें। आर्थिक रूप से दिन आपके लिए शुभ है।

कर्क: कर्क राशि के जातक जोखिम लेकर अपने कार्य को सिद्ध करने का प्रयास करेंगे, जिसमें वह सफल भी रहेंगे। लक्ष्य प्राप्ति में संघर्ष रहेगा। कामकाज से संबंधित यात्रा का योग भी बन जाता है। वित्तीय मामलों में दिन बहुत अच्छा है उम्मीद से ज्यादा धन प्राप्ति होगी। उपहार मिलने से मन प्रसन्न रहेगा।

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व्रत एवं त्यौहार

CHHATH POOJA 2024 : जानें कब से शुरू होगी छठी मैया की पूजा, जानिए इसे क्यों मनाते हैं

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मुंबई। त्रेतायुग में माता सीता और द्वापर युग में द्रौपदी ने भी रखा था छठ का व्रत रामायण की कहानी के अनुसार जब रावण का वध करके राम जी देवी सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे, तो माता सीता ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत रखकर कुल की सुख-शांति के लिए षष्ठी देवी और सूर्यदेव की आराधना की थी।

छठ पूजा क्यों मनाते है ?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा अर्चना और अर्घ्य देने से सुख-शांति, समृद्धि, संतान सुख और आरोग्य की प्राप्ति होती है। छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। यह चार दिनों तक चलने वाला त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। छठ पर्व के दौरान प्रकृति के विभिन्न तत्वों जैसे जल, सूर्य, चंद्रमा आदि की पूजा की जाती है. यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक तरीका है और हमें प्रकृति के संरक्षण का महत्व सिखाता है. छठ का व्रत बहुत कठिन होता है. व्रतधारी 36 घंटे तक बिना पानी पिए रहते हैं. साथ ही छठ पर्व सभी वर्गों और समुदायों के लोगों को एक साथ लाता है. इस पर्व के दौरान लोग मिलकर पूजा करते हैं, भोजन करते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं. इससे सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ता है.

छठ पर्व के 4 दिन

छठ पूजा का पहला दिन, 5 नवंबर 2024- नहाय खाय.
छठ पूजा का दूसरा दिन, 6 नवंबर 2024- खरना.
छठ पूजा का तीसरा दिन, 7 नवंबर 2024-डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य.
छठ पूजा का चौथा दिन, 8 नवंबर 2024- उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण

 

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