प्रादेशिक
शिवराज के रिश्तेदारों ने नर्मदा से बेशुमार दौलत कमाई : कांग्रेस
भोपाल | मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदारों पर नर्मदा नदी की रेत के कारोबार की बदौलत बेशुमार दौलत कमाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। साथ ही खनन की निष्पक्ष जांच की मांग की है। यादव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र का ब्यौरा देते हुए बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज 11 दिसंबर से 11 मई तक की ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ निकाल रहे हैं। इस यात्रा के समापन मौके पर प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया गया है, लिहाजा उन्हें कई महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराना जरूरी समझते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री को खत लिखा है।
यादव ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से नर्मदा सेवा यात्रा के समापन समारोह में शिरकत करने से पहले विभिन्न जांच एजेंसियों से नर्मदा नदी में हुए रेत खनन की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि इस जांच से यह बात साबित हो जाएगा कि पिछले 11 वर्षो में नर्मदा के जरिए अपने परिजनों को बेशुमार दौलत कमाने का मौका देने, रेत का अवैध खनन और परिवहन कराने में मुख्यमंत्री की क्या भूमिका रही है।
यादव का आरोप है कि राजनीतिक संरक्षण की वजह से समूचे प्रदेश में रेत का अवैध खनन बेखौफ जारी है। बीते वर्षो में इससे जुड़े माफियाओं ने भारतीय पुलिस सेवा के एक ईमानदार पुलिस अधिकारी की हत्या से लेकर कलेक्टर पर चारपहिया वाहन चढ़ाने के प्रयास सहित कई जघन्य वारदातों को अंजाम दिया है। सरकार की ओर से कार्रवाई रेत माफियाओं पर नहीं, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों पर होने के सबूत सामने आए हैं।
यादव का आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज के गृह जिले सीहोर और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से सटे रेत घाटों से प्रतिदिन 800 से 1000 ट्रक-डंपर अवैध रूप से रेत का खनन और परिवहन कर रहे हैं।
यादव ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है, “पिछले 11 वर्षो में नर्मदा नदी की पवित्रता को अवैध व्यापार के जरिए छलनी कर देने वाले परिवार और उसके राजनीतिक संरक्षणदाता मुख्यमंत्री शिवराज नर्मदा के संरक्षण के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में उनके ही भतीजे प्रद्युम्न सिंह चौहान के चार डंपर अवैध रेत ढोते पकड़े गए।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र के साथ समाचारपत्रों की कुछ कतरनें भी भेजी हैं, जिनमें रेत खनन का ब्यौरा है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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